PBK News : ल्यूकोरिया रोग सभी उम्र की महिलाओ में एक आम समस्या है, यहाँ तक की युवा लड़कियाँ भी इस समस्या से ग्रस्त है। यह महिलाओ के जीवन की एक ऐसा स्तिथि होती है, जिसमें उनका योनि क्षेत्र प्रभावित होता है, इसे श्वेत प्रदर स्त्राव भी कहते है। यह स्त्राव सफेद और बदबूरहित होता हैं, किन्तु कभी-कभी अलग रंग का भी हो सकता है, अगर इसमें जीवाणु होता है, तो इसका रंग पीला या हल्का हरा हो जाता है। यौन रोगों के कारण स्त्राव की मात्रा बहुत बड़ जाती है।
डॉ. ऋतू के सुझाव
- हल्दी लहसुन को मिलाकर सेवन करें, यह गाढ़े और खुजली वाले स्त्राव में बहुत लाभकारी है।
- एक केले में घी मिलाकर खायें, ये योनिशोथ से राहत देने में बहुत प्रभावकारी है।
- अश्वगन्धा और शतावरी को उबालकर उसका पानी पियें, इससे योनिशोथ और प्रदर में लाभ मिलेगा।
- रात भर एक चम्मच धनिये के बीजों को भिगोकर रखे, ल्यूकोरिया के लक्षणों से राहत के लिए सुबह खाली पेट पियें अच्छे परिणाम के लिए कम से कम एक सप्ताह इस उपचार को जारी रखें।
- 20 ग्राम आंवला रस आधा चम्मच शहद के साथ मिला लीजिए, सकारात्मक परिणाम के लिए एक महीने तक यह उपचार करें।
ल्यूकोरिया के लिए आहार
डॉ. ऋतू कहती है कि आहार भी ल्यूकोरिया के उपचार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसीलिए एक स्वस्थ ल्यूकोरिया से पीडि़त महिलाओं के लिए आवश्यक है। आपके खाने में ताज़े फल, सब्जि़याँ आहार का एक हिस्सा होना चाहियें। एक अच्छा संतुलित आहार से न केवल ल्यूकोरिया की चिकित्सा होती है, बल्कि इसकी पुनरावृत्ति को भी रोकता है।
ल्यूकोरिया के लिए सुझाव
डॉ. ऋतू ने सुझाव देते हुए कहा कि उचित आहार दिशा-निर्देशों के पालन के अलावा कुछ जीवन शैली में भी परिवर्तन करना चाहियें, ल्यूकोरिया की स्थितियों को रोकने के लिए स्वच्छता बनाये रखना उचित व्यायाम और पर्याप्त आराम ल्यूकोरिया के उपचार में बहुत महत्वपूर्ण है।
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