मुंबई । मांग बढ़ने से जुलाई में देश के सेवा क्षेत्र में तेजी दर्ज की गई है। शुक्रवार को मिली जानकारी के अनुसार
निक्केई इंडिया सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी सूचकांक जून में 52.6 पर था, जो जुलाई में बढ़कर 54.2 हो गया है। यह साल 2016 के अक्टूबर के बाद से सबसे मजबूत दर है।
इस सूचकांक में 50 से ऊपर का अंक तेजी का और 50 से कम का अंक मंदी का सूचक है।
आईएचएस मार्किट की अर्थशास्त्री और रिपोर्ट की लेखिका आशना डोढ़िया ने एक बयान में कहा, जुलाई के आंकड़े उत्साहजनक हैं, क्योंकि सेवा क्षेत्र में 2016 के अक्टूबर के बाद से सबसे अधिक तेजी दर्ज की गई है और जून के बाद से नए आर्डर में तेजी आई है। उन्होंने कहा, मजबूत अंतर्निहित मांग की स्थितियों के कारण अप्रैल के बाद नौकरियों के निर्माण में तेजी आई है।
नतीजतन, मौसमी समायोजित निक्केई इंडिया समग्र पीएमआई आउटपुट इंडेक्स जून में 53.3 से बढ़कर जुलाई में 54.1 हो गया, जो विनिर्माण और सेवा दोनों क्षेत्रों में उत्पादन वृद्धि से प्रेरित है। रिपोर्ट के अनुसार, कुल उत्पादन में 2016 के अक्टूबर के बाद से सबसे अधिक तेजी दर्ज की गई है।
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