PBK NEWS| नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत मंगलवार को हंगामे के साथ हुई। सत्ता पक्ष (आप) के विधायकों ने चंडीगढ़ में हरियाणा भाजपा अध्यक्ष के बेटे द्वारा आइएएस अधिकारी की बेटी का पीछा करने के मामले पर सदन में मौजूद विपक्ष के (भाजपा) विधायकों को घेरने की कोशिश की।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि चंडीगढ़ की घटना बेहद गंभीर है। सदन में चर्चा नहीं होने देने का मतलब है कि भाजपा विधायक महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं हैं। इतना सुनते ही विजेंद्र गुप्ता, भाजपा विधायक जगदीश प्रधान और भाजपा-अकाली विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा के साथ उनकी कुर्सी के पास पहुंचे और नारेबाजी की। इसके बाद फिर 30 मिनट के लिए कार्यवाही रोक दी गई।
वहीं, बाद में चंडीगढ़ में युवती से छेड़छाड़ के मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके कहा- ‘चंडीगढ़ मामले का ज़िक्र माननीय अध्यक्ष द्वारा, विधानसभा में किए जाने पर बीजेपी नेताओं को इतना ऐतराज़ क्यों? असली चेहरा सामने आ रहा है…।’
चंडीगढ़ मामले का ज़िक्र माननीय अध्यक्ष द्वारा, विधानसभा में किए जाने पर बीजेपी नेताओं को इतना ऐतराज़ क्यों? असली चेहरा सामने आ रहा है! …
— Manish Sisodia (@msisodia) August 8, 2017
वहीं विपक्ष ने गत दिनों लाजपत नगर में सीवर की सफाई के दौरान तीन सफाईकर्मियों की मौत पर सरकार को घेरा। हंगामे के चलते विधानसभा की कार्यवाही 15 मिनट और फिर 30 मिनट के लिए स्थगित की गई। इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ तो विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल के आदेश पर मार्शलों ने भाजपा के तीनों विधायकों को सदन से बाहर कर दिया।
मनीष सिसोदिया ने की सफाई कर्मचारियों के परिजनों को 10 लाख रुपये देने का एलान किया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार ने मृतक सफाई कर्मचारियों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए देने की घोषणा की है। मामले की जांच चल रही है। जो कोई भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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