गुरुग्राम, 12 सितम्बर (ब्यूरो) : शहीदी दिवस समारोह के लिए लोगों में जोश हाई देखने को मिल रहा है। 23 सितम्बर के कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए कार्यकर्ताओं में बड़ी ख़ुशी देखने को मिल रही है। उक्त विषय में जानकारी देते हुए सतीश यादव कन्हेई के पुत्र अनिल यादव ने कहा कि इस बार शहीदी दिवस समारोह को यादगार बनाने के लिए बड़े स्तर पर तैयारिया की जा रही है। इसको लेकर समारोह में स्थानीय लोगों को ले जाने के लिए बसें तथा गाड़ियों का इंतजाम किया जा रहा है। सभी बसें तथा गाड़ियों की लगभग तैयारियां पूरी है। अनिल यादव ने बताया कि क्षेत्र के लोग शहीदी दिवस समारोह में चलने के लिए अभी से उत्सुक नजर आ रहे है। लोगों ने उनके साथ इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अभी से फोन आने शुरू हो गये है। शहीदों की याद में होने जा रहा शहीदी दिवस समारोह को कामयाब बनाने के लिए स्थानीय लोगों ने इस बार अपना मन बना लिया है। बता दें कि यह दिन 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक अमर शहीद राव तुलाराम की शहादत पर मनाया जाता है राव तुलाराम का जन्म रेवाड़ी के रामपुरा में 9 दिसंबर 1825 को हुआ था। उस वक्त उनके पिता राव पूर्ण सिंह का रेवाड़ी (अहीरवाल) में राज था। राव तुला राम जब 14 साल के थे तब उनके पिता का देहांत हो गया था। उसके बाद 14 साल की उम्र में ही उन्होंने राज गद्दी संभाल ली। लेकिन पिता की मौत के बाद अंग्रेज़ों ने उनकी रियासत पर धीरे-धीरे कब्जा कर दिया। इसके बाद राव तुलाराम ने अपनी सेना तैयार की। 1857 के विद्रोह की आग जब मेरठ तक पहुंची तो वो भी इस क्रांती में कूद पड़े। राव तुलाराम और उनके भाई के नेतृत्व में रेवाड़ी की सेना ने अंग्रेज़ी हुक़ूमत की नाक में दम कर दिया और रेवाड़ी व उसके आस-पास के कई इलाकों पर कब्ज़ा कर लिया। 23 सितंबर 1863 को उन्होंने काबुल में अंतिम सांस ली। राव तुला राम ने भारत को आज़ाद कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
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