[post-views]

घर बचाने के लिए सड़क से सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे : महेश यादव

48
गुरुग्राम (अजय) : आम आदमी पार्टी के नेता महेश यादव सरपंच ने कहा कि आयुद्ध भंडार के प्रतिबंधित क्षेत्र में रह रहे लोगों के घरों को किसी भी सूरत में नहीं टूटने दिया जाएगा। एक भी घर पर यदि प्रशासन ने जेसीबी चलाने का प्रयास किया तो इसका खामियाजा भाजपानीत सरकार को भुगतना पड़ेगा। इस क्षेत्र में पड़ने वाली कॉलोनियों के लाखों लोगों के हितों के लिए यदि सुप्रीम कोर्ट में जाकर भी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी तो हम उसके लिए भी तैयार हैं।
वह वेस्ट राजीव नगर के शिव विहार स्थित प्रजापत चौपाल में प्रतिबंधित क्षेत्र के निवासियों की एक बैठक में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में राजीव नगर, शीतला कॉलोनी, धर्म कॉलोनी व आसपास के काफी लोग मौजूद रहे। बैठक में लोगों अपने आशियानों को बचाने की रणनीति बनाई तथा आगे की लड़ाई के लिए योजना पर भी विचार किया। बैठक में मौजूद लोगों ने तय किया कि अपने दावे व आपत्तियां दाखिल करने के लिए और समय मांगा जाएगा। इसके अलावा इस मामले में कानूनी लड़ाई जारी रहेगी। बैठक में उपस्थित आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता महेश यादव सरपंच ने कहा कि 900 मीटर की समस्या वास्तव में केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत व दूसरे नेताओं द्वारा पाली गई है। वह हर बार समाधान का वादा करके यहां के लोगों से वोट तो ले लेते हैं लेकिन तीन कार्यकाल केंद्र में मंत्री रहते हुए 15 साल में एक भी फैसला यहां के लोगों के हितार्थ नहीं करवाया। उन्होंने बैठक में मौजूद सैकडों लोगों के समक्ष कहा कि खून पसीने की कमाई से बनाए लोगों के आशियाने तोड़ने के लिए अफसर सिर्फ कलम चला देते हैं लेकिन यहां रहने वाले गरीब परिवारों के कितने सपने घर के साथ टूट जाते हैं, इसके बारे में न सत्तासीन सरकार सोचती है और न ही शक्ति हाथ में लिए बैठे अफसर। उन्होंने कॉलोनी वासियों से वायदा किया कि किसी भी हाल में यहां के घरों को नहीं टूटने दिया जाएगा। उन्होंने आहवान किया कि नए सिरे से लड़ाई की शुरूआत करते हुए डीसी के आवास के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया जाए फिर सरकार के यहां रहने वाले मंत्रियों व मुख्यमंत्री के चंडीगढ़ स्थित घर के समक्ष घरों को तोड़ने के फैसले के खिलाफ विरोध जताया जाए। उन्होंने कहा कि सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक अपनी लड़ाई लड़ने के लिए वह सबसे आगे रहेंगे। उन्होंने ऐलान किया कि घरों को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट भी जाना पड़ेगा तो इसका सारा खर्च वह खुद वहन करेंगे लेकिन लोगों के घरों पर जेसीबी नहीं चलने देंगे। इस मौके पर कॉलानी निवासी जितेंद्र, नरेश प्रधान, महेंद्र सैनी, सुरेंद्र गुलिया, दुलीचंद, लेखराज ठेकेदार, लालाराम व चेतन शर्मा ने भी अपने विचार रखे। कॉलोनी के लोगों ने अपनी लड़ाई मिलकर लड़ने की शपथ भी ली।

Comments are closed.