बादशाहपुर, 18 अक्टूबर (अजय) : देश के मध्य प्रदेश से गृहमंत्री अमित शाह द्वारा भोपाल मध्य प्रदेश में मेडिकल के तीन विषयों के मातृभाषा हिंदी में लिखित पुस्तकों का लोकार्पण कर आगामी दिनों में मेडिकल की पढ़ाई हिंदी माध्यम से कराए जाने का स्वर्णिम आगाज किया है, जोकि देशहित और देश की संस्कृति के लिए बेहद ही अच्छा रहेगा। उक्त बातें शिक्षा भारती स्कूल के डायरेक्टर एवं एडवोकेट सुमित वर्मा ने कहा कि यह हिन्दू देश भारत के लिए बहुत जरूरी है। गृहमंत्री अमित शाह द्वारा की गई इस शुरुआत का वह स्वागत करते है और इसे पुरे देश में लागू करने की मांग करते है, इससे देश में हमारी मातृभाषा हिंदी को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने नई शिक्षा नीति के घोषणाओं के अनुरूप कामकाज ,प्रारंभिक शिक्षा के साथ-साथ एवं मेडिकल एवं तकनीकी तथा इंजीनियरिंग शिक्षा मैं मातृभाषा प्रयोग के संकल्प को दोहराया गया।
मेडिकल की पढ़ाई हिंदी माध्यम से कराए जाने का स्वर्णिम आगाज है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि आज भी जबकि हिंदी को देश की राजभाषा घोषित कर दिया गया है तब भी राजनीतिक छल छंद के कारण एक विदेशी भाषा होने के बावजूद अंग्रेजी में कामकाज को विशेष महत्व दिया जाता रहा है तथा पूरे देश की राष्ट्रभाषा होने को कौन कहे राजभाषा के रूप में भी अपने सम्मान को प्राप्त करने के लिए हिंदी को निरंतर संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। अंग्रेजी के वर्चस्व एवं भाषाई कूटनीति के कारण अकेली हिंदी ही क्यों भारत की अन्य राज्य-भाषाएं( उप भाषाएं) विकसित नहीं हो पा रही हैं और न ही शिक्षा का माध्यम बन पा रही हैं।
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