गुरुग्राम, 29 सितम्बर (अजय) : गुरुग्राम शहर में विकास कार्य और जलभराव के समाधान पर करोड़ों रूपये खर्च के बावजूद अधूरी व्यवस्थाओं से गुरुग्राम का नाम बदनाम हुआ है। उक्त बातें पूर्व कांग्रेस महासचिव अमित भारद्वाज ने कही, उन्होंने कहा कि हर बार बरसात के दौरान जगह-जगह अंडरपास, सेक्टरों तथा कॉलोनियों एवं ग्रामीण इलाकों में दूर-दूर तक जलभराव ने प्रशासन की पोल खोलकर रख दी। अब तक बादशाहपुर ड्रेन के निर्माण एवं पुरानी ड्रेन की साफ़ सफाई व्यवस्थाओं तथा अन्य योजनाओं पर करोड़ों रूपये नगर निगम खर्च कर चूका है। बावजूद इसके आज तक गुरुग्राम में जलभराव का समाधान नही हो सका। गुरुग्राम में अधिकारीयों द्वारा हर बार बरसात से पहले लाख दावे जलभराव नही होने के किये जाते है, लेकिन एक बरसात में ही प्रशासन के सभी दावों की हवा निकल जाती है। अमित ने कहा कि गुरुग्राम में सरकारी तंत्र सरकार के ढीले रवैये के चलते केवल गुरुग्राम को लुटने में लगा है, जिसका सबसे बड़ा उधाहरण इस बार पिछले दिनों हुई बरसात ने साफ कर दिया कि प्रशासन ने बरसात को लेकर क्या तैयारियां की थी। बरसात में ही गुरुग्राम प्रशासन द्वारा किये गये निर्माण वाली सड़कें धंस गई तो जगह जगह अंडरपासों की पम्प फेल होने से वहां भर गया। बरसात के बाद प्रशासन जलभराव की समस्यां पर ध्यान नही देता बरसात शुरू होने के बाद गुरुग्राम में जलभराव की समस्यां पर कुछ दिन अधिकारी भागदौड़ करते है और बरसात के बाद इस मुद्दे पर कोई अधिकारी योजना बनाकर कार्य नही करते। हीरोहौंडा चौक जेसे फ्लाईओवर बार बार मरमत के बाजवूद फिर टूट जाता है, जिसके भ्रष्टाचार साफ़ नजर आता है। आज प्रशासन की इस तरह की लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते गुरुग्राम का नाम विश्व स्तर पर बदनाम हो रहा है, जिस पर सरकार चुप्पी साधे हुए है।
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