लग्जरी, अफोर्डेबल क्वालिटी व अफोर्डेबल स्कूल नामक तीन हिस्सो में स्कूलों को बांटने की मांग
गुडग़ांव, 10 जनवरी (ब्यूरों) : हरियाणा शिक्षण संस्थान संगठन की प्रदेश स्तरीय बैठक आज सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष यशपाल यादव ने की। यशपाल यादव ने जारी अपने ब्यान में कहा कि बैठक में रेयान के मामले के बाद उठे विवाद व स्कूलों के प्रति सरकार का नकारात्मक रुख को देखते हुए शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा से मिलकर स्कूलों के पक्ष को सकारात्मक तरीके से सरकार के सम्मुख रखने का फैसला लिया गया है। मुख्य रूप से सरकार से दो मुद्दों पर बात की जाएगी। पहली यह है कि स्कूलों की स्वायत्ता पर सरकार प्रहार ना करें, वही स्कूल अपने माहौल व वातावरण के अनुसार स्वयं निर्णय लेने के अधिकार की मांग करेंगे। स्कूल पूर्ण रूप से जिम्मेदार संस्थान है। ये समाज व देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी बखूबी समझते है, तथा उस जिम्मेदारी को निभाने के आत्मीयता भी रखते है। प्रत्येक स्कूल में एक जैसा वातावरण व व्यवहार नही होता। अत: सभी के लिए एक प्रकार से काम करना संभव नही है। दूसरा बैठक में सिद्धांतिक रूप से यह भी माना कि कुछ स्कूलों ने स्कूल को केवल व्यवसाय के रूप में अपनाया है। जिससे सभी स्कूलों की छवि सरकार व समाज की नजरो में धूमिल हुई है। अत: इस संस्थान से जुड़े स्कूल यह भी मांग शिक्षा मंत्री के सम्मुख रखेगें कि स्कूलों को तीन भागों में बांटा जाए, एक लग्जरी स्कूल दूसरा अफोर्डेबल क्वालिटी स्कूल (ए.क्यू.एस.) व तीसरा अफोर्डेबल स्कूल (ए.एस.) ताकि लग्जरी स्कूलों की वजह से बाकी अन्य स्कूलों को भी बदनामी ना उठानी पड़े। सरकार से यह भी मांग रखेगें कि ए.क्यू.एस. व ए.एस. को प्रापर्टी टैक्स व बसों पर जो टैक्स लगाये है उन्हे वापस ले।
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