PBK NEWS | चंडीगढ़। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की तीन दिन की पाठशाला के बाद पहली बार हुई मंत्री समूह की बैठक में सुभाष बरा ला के बेटे द्वारा आइएएस की बेटी का रास्ता रोकने का मामला छाया रहा। मंत्री समूह इस मामले को लेकर असहज दिखा। इसके बावजूद पूरी सरकार भाजपा के प्रांतीय अध्यक्ष सुभाष बराला के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री मनोहर लालकी अध्यक्षता में मंगलवार को करीब डेढ़ घंटे तक चली मंत्री समूह की बैठक में पूरे मामले का पटाक्षेप किया जाने पर चर्चा हुई। हालांकि बैठक में भाजपा प्रधान सुभाष बराला शामिल नहीं हुए। बैठक के बाद अधिकतर मंत्रियों ने इस मुद्दे पर किसी तरह की चर्चा होने से इन्कार किया है, लेकिन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने बताया कि सरकार इस केस में कहीं कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी और न ही पहले किया है।
सूत्रों के अनुसार मामले के पटापेक्ष की जिम्मेदारी शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा को सौंपी गई है। आइएएस वीएस कुंडू पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव हैैं। मंत्री समूह की बैठक के बाद शर्मा ने कहा भी कि यह विवाद दो बच्चों का विवाद है। दोनों बच्चे हमारे हैैं। कौन सही है और कौन गलत है, यह अभी पता नहीं है। जो गलत होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
रामबिलास शर्मा के अनुसार बेटी वर्णिका पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट है। कानून अपनी प्रक्रिया में लगा हुआ है। रही, वीएस कुंडू की बात, वे सीनियर अधिकारी हैैं और मेरे विभाग के एसीएस हैैं। हमारी अभी मुलाकात भी होगी। रामबिलास ने यह स्पष्ट नहीं किया कि मुलाकात किस तरह की होगी, लेकिन माना जा रहा कि विभागीय मीटिंग के बहाने पर्यटन मंत्री आइएएस कुंडू से इस मामले को आपसी बातचीत से निपटाने का रास्ता निकलवा सकते हैैं। दूसरी तरफ राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि पूरा मामला चंडीगढ़ सिटी का है और इसे हरियाणा की राजनीति से जोड़कर पेश नहीं किया जाना चाहिए।
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