PBK NEWS | गुरुग्राम | भोंडसी जेल में लगातार मिल रहे मोबाइल को देखते हुए महानिदेशक (जेल) डॉ. केपी ¨सह ने सख्त रुख अपना लिया है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि शुद्धिकरण अभियान के बाद यदि किसी बैरक में मोबाइल मिला तो वार्डन को सीधे घर भेज दिया जाएगा यानी बर्खास्त कर दिया जाएगा। किसी भी स्तर पर सुनवाई नहीं की जाएगी।
बृहस्पतिवार को दैनिक जागरण से बातचीत में डा. केपी ¨सह ने कहा कि भोंडसी जेल के बारे में लंबे समय से शिकायत आ रही थी। शिकायतों को देखते हुए शुद्धिकरण अभियान शुरू किया गया है। अभियान से जो शिकायत आ रही थी, वह सही साबित हुई। जेल में कैदियों के पास मोबाइल का होना यह दर्शाता है कि सिस्टम ध्वस्त हो चुका है। अभियान के दौरान जेल जितनी भी कमियां हैं, उन्हें दूर किया जाएगा। इसके बाद सभी बैरकों की कई स्तर पर रूटीन में भी जांच की जाएगी। जांच के दौरान यदि किसी भी बैरक में मोबाइल मिला फिर सीधे वार्डन को बर्खास्त कर दिया जाएगा। यदि ऊपर के अधिकारी की मिलीभगत की बात सामने आई फिर उसे भी नहीं बक्शा जाएगा। ऐसा केवल भोंडसी जेल में नहीं किया जाएगा। प्रदेश के किसी भी जेल में यदि मोबाइल मिलने की शिकायत आई तो सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
मार्च तक जैमर लगाने का काम होग पूरा
भोंडसी जेल सहित प्रदेश के कई जेलों में जैमर लगाने की दिशा में प्रयास तेज कर दिया गया है। अगले साल मार्च तक सभी जैमर लगाए दिए जाएंगे। जैमर की क्वालिटी के ऊपर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि मोबाइल का इस्तेमाल संभव ही न हो। भोंडसी जेल प्रदेश की बड़ी जेल है। इसकी व्यवस्था के ऊपर नजर रखने के लिए आइजी का पद सृजित कर दिया गया है। अब कई स्तर से जेल के ऊपर सीधी नजर होगी। इससे किसी के लिए भी गलत करना मुश्किल होगा।
कैदियों को भी दूसरी जेलों में भेजा जाएगा
जिन कैदियों के बारे में अधिक शिकायत आएगी, उन्हें दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जाएगा। इस दिशा में कार्रवाई शुरू भी कर दी गई है। भोंडसी जेल से कुछ कैदी दूसरी जगह भेजे गए हैं। जेलों की व्यवस्था बेहतर करने के लिए जिस स्तर पर सुधार की आवश्यकता है, की जाएगी। बता दें कि पिछले कई दिनों से भोंडसी जेल में अभियान चलाया जा रहा है। न केवल 100 से अधिक मोबाइल मिल चुके हैं बल्कि कई प्रकार के नशीला पदार्थ भी बरामद किए गए हैं।
News Source: jagran.com
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