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कांग्रेस के अधिकतर मुख्यमंत्रियों ने बनाए नए दल

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PBK NEWS | चंडीगढ़। भाषा के आधार पर अस्तित्व में आए हरियाणा ने अपनी 51 साल की उम्र में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। पांच दशकों में यहां ज्यादातर समय कांग्रेस व जनता दल की सरकारें रही। कांग्रेस के अधिकतर मुख्यमंत्रियों ने अपनी पार्टियां बनाई तो भाजपा पहली बार अपने बूते पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में कामयाब रही है। देवीलाल, बंसीलाल और भजनलाल की राजनीति से मशहूर लालों के इस प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की राजनीति का अध्याय भी जुड़ा है।

एक नवंबर 1966 को अस्तित्व में आए हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री बनने का श्रेय कांग्रेस के पंडित भगवत दयाल शर्मा को मिला। कुछ माह बाद राव बीरेंद्र सिंह ने बगावत का झंडा उठा लिया और हरियाणा विशाल पार्टी का गठन कर सत्ता संभाली। फिर कांग्रेस पार्टी के बैनर तले बंसीलाल हरियाणा के तीसरे मुख्यमंत्री बने।

एक दिसंबर 1975 को कांग्रेस के बैनर तले सीएम बने बनारसी दास गुप्ता ने हालांकि अलग राजनीतिक दल का गठन नहीं किया, लेकिन 22 मई 1990 को वह दूसरी बार दलबदल कर जनता दल के सहयोग से मुख्यमंत्री बने। 1985 में फिर बंसीलाल ने कांग्रेस के बैनर तले अपनी सरकार बनाई।

कई उतार चढ़ाव के बाद 11 मई 1996 को बंसीलाल ने कांग्रेस को अलविदा करते हुए हरियाणा विकास पार्टी का गठन कर लिया। वहीं कांग्रेस के बैनर तले कई बार मुख्यमंत्री बने चौधरी भजनलाल ने दो दिसंबर 2007 को हरियाणा जनहित कांग्रेस (बीएल) का गठन किया।

तीन लालों के साथ चौथे लाल का नाम भी जुड़ा

हरियाणा में पिछले पांच दशकों में राजनीति तीन ‘लालोंÓ देवीलाल, बंसीलाल और भजनलाल के इर्दगिर्द घूमती रही है। तीनों ही लाल अब नहीं रहे, लेकिन राजनीति में एक चौथे लाल मुख्यमंत्री मनोहर लाल का नाम भी जुड़ गया है। तीनों ही लाल अपने-अपने राजनीतिक कौशल की वजह से जाने जाते हैैं। चौथे लाल मनोहर लाल भी हरियाणा की राजनीति में अपने पांव तेजी से जमा रहे हैैं।

पांचवें दशक में जवान हुई हरियाणा की राजनीति

हरियाणा में लालों की राजनीति के बाद हुड्डा व चौटाला का दौर चला, जो आज भी जारी है। अब 51 बरस के हरियाणा में नई पीढ़ी के नेता रणदीप सुरजेवाला, कुलदीप बिश्नोई, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, श्रुति चौधरी, अशोक तंवर और दुष्यंत सिंह चौटाला की राजनीति आगे बढ़ रही है।

हरियाणा पर 10 मुख्यमंत्रियों ने किया राज, तीन बार राष्ट्रपति शासन

नाम  – कब से कब तक – पार्टी और सीएम पद का कार्यकाल

1. पंडित भगवत दयाल शर्मा –  1 नवंबर 1966 से 23 मार्च 1967 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस – 143 दिन
2. राव बीरेंद्र सिंह – 24 मार्च 1967 से 2 नवंबर 1967 – विशाल हरियाणा पार्टी – 224 दिन

राष्ट्रपति शासन – 2 नवंबर 1967 से 22 मई 1968 – 202 दिन

3. बंसीलाल – 22 मई 1968 से 30 नवंबर 1975 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस – 7 वर्ष, 192 दिन (2,749 दिन)
4. बनारसी दास गुप्ता    – 1 दिसंबर 1975 से 30 अप्रैल 1977 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस –  1 वर्ष, 150 दिन (517 दिन)

राष्ट्रपति शासन – 30 अप्रैल 1977 से 21 जून 1977 – 52 दिन

5. देवी लाल-  21 जून 1977 से 28 जून 1979 – जनता पार्टी – 2 वर्ष, 7 दिन (738 दिन)

6. भजन लाल – 29 जून 1979    से 22 जनवरी 1980 – जनता पार्टी – 208 दिन

6.1. भजन लाल (दोबारा) – 22 जनवरी 1980 से 5 जुलाई 1985 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस – 5 वर्ष, 164 दिन (1992 दिन)

7. बंसीलाल (दोबारा)- 5 जुलाई 1985 से 19 जून 1987 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस – 1 वर्ष, 349 दिन

8. देवी लाल (दोबारा) – 17 जुलाई 1987 से 2 दिसंबर 1989 – जनता दल – 2 वर्ष, 138 दिन (कुल 1608 दिन)

9. ओमप्रकाश चौटाला    – 2 दिसंबर 1989 से 22 मई 1990 – जनता दल  – 172 दिन

10. बनारसी दास गुप्ता (दोबारा) – 22 मई 1990 से 12 जुलाई 1990 – जनता दल – 52 दिन (कुल 569 दिन)

11. ओमप्रकाश चौटाला (दोबारा)- 12 जुलाई 1990 से 17 जुलाई 1990 – जनता दल  6 दिन

12. मा. हुकम सिंह – 17 जुलाई 1990 से 21 मार्च 1991 – जनता दल 248 दिन

13. ओमप्रकाश चौटाला (तीसरी बार)- 22 मार्च 1991     से  6 अप्रैल 1991 – समाजवादी जनता पार्टी – 16 दिन
राष्ट्रपति शासन- 6 अप्रैल 1991    से  23 जुलाई 1991 – 108 दिन

14. भजन लाल (तीसरी बार) – 23 जुलाई 1991 से 9 मई 1996 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस – 4 वर्ष, 291 दिन (कुल 3952 दिन)

15. बंसीलाल (तीसरी बार)- 11 मई 1996     से 23 जुलाई 1999 – हरियाणा विकास पार्टी – 3 वर्ष, 74 दिन (कुल 4633 दिन)

16. ओमप्रकाश चौटाला (चौथी बार) – 24 जुलाई 1999 से 4 मार्च 2005 – इंडियन नेशनल लोकदल – 5 वर्ष, 224 दिन (कुल 2245 दिन)

17. भूपेंद्र सिंह हुड्डा – 5 मार्च 2005 से 19 अक्टूबर 2014 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस    – 9 वर्ष, 235 दिन

18. मनोहर लाल – 26 अक्टूबर 2014 से अब तक – भारतीय जनता पार्टी

News Source :- wwww.jagran.com

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