PBK NEWS | लखनऊ । समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव अब अपने पुत्र तथा पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के सुर में सुर मिलाने लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी के अयोध्या में श्रीराम की मूर्ति लगवाने के मुकाबले में अखिलेश यादव इटावा के सैफई में भगवान श्रीकृष्ण कर मूर्ति लगवा रहे हैं। मुलायम सिंह यादव भी इस मामले में उनके पक्ष में हैं।
मुलायम सिंह यादव ने गाजियाबाद में आज बड़ा बयान दिया है। उनका यह बयान अखिलेश यादव के समर्थन में हैं। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि श्रीराम तो सिर्फ उत्तर भारत में पूजे जाते हैं जबकि भगवान श्री कृष्ण उत्तर भारत के साथ ही दक्षिण भारत में भी पूजे जाते हैं। गाजियाबाद में मुलायम सिंह यादव आज यादव युवक-युवती परिचय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि पधारे थे। गाजियाबाद के इंदिरापुरम के वैशाली इलाके में आयोजित कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव ने कहा कि भारत में भले ही भगवान श्रीराम के अनुयायी बहुत से हैं, लेकिन श्रीकृष्ण के अनुयायी भी उनसे कम नहीं हैं। गाजियाबाद के इंदिरापुरम के वैशाली इलाके में आयोजित कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव ने कहा कि भारत में भले ही भगवान श्रीराम के अनुयायी बहुत हैं, लेकिन श्रीकृष्ण के अनुयायी भी उनसे कम नहीं हैं। यहां उन्होंने भगवान राम और श्रीकृष्ण को लेकर जो बयान दिया उसके बाद प्रदेश की सियासत तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी के अयोध्या में श्रीराम की मूर्ति लगवाने के मुकाबले में अखिलेश यादव इटावा के सैफई में भगवान श्रीकृष्ण कर मूर्ति लगवा रहे हैं।
यादव युवक-युवती परिचय सम्मेलन में मुलायम सिंह यादव ने कहा कि देश तथा समाज में सभी वर्ग का सम्मान होना चाहिए। यहां तो परिचय सम्मेलन हो रहा है, वह तो ठीक है लेकिन यादव के साथ ही अन्य को भी सम्मान मिले तो अच्छा है। महिला व बच्चों को भी सम्मान मिले। कार्यक्रम में विधान परिषद सदस्य आशु मलिक भी मौजूद थे।
मुलायम सिंह के खिलाफ कारसेवकों पर गोली चलाने के आदेश पर याचिका
समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें 1990 में कार सेवकों पर गोली चलाने को लेकर यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है। याचिका राणा संग्राम सिंह ने दायर की है। जिस समय कार सेवकों पर गोली चलाने का आदेश दिया गया था, उस समय राज्य के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव थे।
राणा संग्राम सिंह ने अपनी याचिका में कहा है कि 6 फरवरी 2014 को मैनपुरी जिले में आयोजित जनसभा में मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि उनके आदेश पर 1990 में पुलिस ने अयोध्या में कार सेवकों पर गोली चलाई थी।
राणा संग्राम सिंह के वकील ने बताया कि यादव के इस बयान के खिलाफ संग्राम सिंह ने लखनऊ पुलिस से मामला दर्ज करने की गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस ने इनकार कर दिया।
इसके बाद उन्होंने लखनऊ की निचली अदालत में मुलायम सिंह यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए याचिका दाखिल की थी लेकिन निचली अदालत ने राहत न देते हुए याचिका को खारिज कर दिया।
इसके खिलाफ उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। हाई कोर्ट ने भी इस याचिका को खारिज कर दिया था।
News Source: jagran.com
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