गुड़गांव, 23 अगस्त (अजय) : भोंडसी निवासी निशांत राघव कहते है कि मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर, न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ, न्यायमूर्ति आरएफ नरीमन, न्यायमूर्ति यूयू ललित और न्यायमूर्ति अब्दुल नजीर की पीठ ने एक बार में तीन तलाक की वैधानिकता पर बहस सुनी। इस पीठ की खासियत यह भी है कि इसमें पांच विभिन्न धर्मों के अनुयायी शामिल थे, जिन्होंने मुस्लिम महिलाओं के पक्ष में फेसले देकर उन्हें न्याय देने का कार्य किया है।
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