मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत धान की जगह मक्का, कपास, बाजरा, दलहन एवं सब्जियां उगाएं : उपायुक्त
गुरूग्राम, 31 मई। उपायुक्त डा. यश गर्ग ने जिला के किसानों से अपील की है कि वे ‘ मेरा पानी-मेरी विरासत‘ योजना के तहत धान की जगह वैकल्पिक फसल उगाएं और अगली पीढ़ी के लिए भू-जल बचाएं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा फसल विविधिकरण अपनाने पर किसानों को 7 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि का विशेष अनुदान दिया जा रहा है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान को ‘मेरा पानी-मेरी विरासत‘ पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा।
जिला बागवानी अधिकारी पिंकी यादव ने बताया कि जिस किसान ने वर्ष-2020-21 में गिरदावरी रिपोर्ट अनुसार धान लगाया था और इस वर्ष 2021-22 में उसी खसरा /किला नंबर में बागवानी फसल लगाते है, इस योजना के तहत पात्रता सुनिश्चित करते हैं। इस योजना के तहत गठित कमेटी द्वारा सर्वे करने पर 2 हजार रुपये की पहली किश्त पंजीकरण के सत्यापन एवं बागवानी फसल उगाने पर दी जाएगी। इसके बाद बागवानी फसल का निरीक्षण करने उपरांत 5 हजार रुपये की दूसरी किस्त अनुदान के रूप में दी जाती है। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए नजदीकी उद्यान विकास अधिकारी या टोल फ्री नम्बर 1800-180-2117 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। अनुदान राशि डीबीटी द्वारा सीधे किसान के खाते में जमा होगी। किसान बीज अपनी पसंद की एजेंसी से खरीद सकता है। सभी किसान योजना का लाभ लेने के लिए ‘मेरा पानी-मेरी विरासत‘ पोर्टल पर स्वयं पंजीकरण कर सकते हैं।
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