PBK NEWS | मुंबई। नरसिंह यादव अपने चार साल के प्रतिबंध का एक साल गुजार चुके हैं, लेकिन वह इसे लेकर चिंता में डूबे नहीं रहे। 2015 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता पहलवान ने अपना समय पेरिस में चल रही विश्व चैंपियनशिप के 63 किग्रा वर्ग में भाग लेने वाली पहलवान पत्नी शिल्पी श्योराण को इसके लिए तैयार करने में लगाया।
नरसिंह का मानना है कि फ्रांस की राजधानी में शिल्पी जरूर पदक जीतेंगी और यह मेरी जिंदगी का यादगार पल होगा।
महज एक साल पहले तक नरसिंह भारतीय कुश्ती के पोस्टर ब्वॉय थे। उन्होंने 2015 में लास वेगास विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर रियो ओलंपिक 2016 के लिए स्वत: क्वालीफाई कर लिया था। वह 25 जून और पांच जुलाई में हुए डोप टेस्ट में फेल हो गए। उन पर नाडा ने प्रतिबंध लगा दिया।
नरसिंह ने तर्क दिया कि उनके साथ साजिश हुई है। नाडा उनसे सहमत हो गया और उसने रियो जाने की अनुमति दे दी। लेकिन वाडा ने खेल पंचाट में नरसिंह को क्लीन चिट दिए जाने को चुनौती दी। वह अपने पक्ष में साक्ष्य पेश नहीं कर पाए और उन्हें चार साल का प्रतिबंध ङोलना पड़ा।
इस साल मार्च में 28 वर्षीय नरसिंह और 28 वर्षीय शिल्पी विवाह बंधन में बंध गए। नरसिंह ने कहा कि इससे उन्हें निराशा से उबरने में मदद मिली और वह अभ्यास करने लगे। लेकिन अपने लिए कोई लक्ष्य बनाने से पहले यादव ने अपनी अर्धांगिनी के लिए लक्ष्य तय किया।
नरसिंह और शिल्पी की शादी की तस्वीर
नरसिंह ने सोमवार को कहा, ‘शिल्पी 2012 विश्व चैंपियनशिप में पांचवें स्थान पर रही थीं। तब उनके पास अनुभव की कमी थी। उसके बाद उन्होंने 2016 दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता। वह अपने वजन में सर्वश्रेष्ठ पहलवान हैं और मुझे भरोसा है कि वह विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने में सफल रहेंगी।
Comments are closed.