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डेढ़ करोड़ की ठगी के शिकार किसान के सर्मथन में राकेश दोल्ताबाद का प्रदर्शन

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बादशाहपुर, 10 जुलाई (अजय) :  करीब 3 माह पहले किसान लीलाराम के खाते से हुई करोड़ों रूपये की ठगी की शिकायत बैंक मे देने के बाद महीनो बीत गये तो सेकड़ों किसानों ने आज एकत्रित होकर परिर्वतन संघ के अध्यक्ष राकेश दोल्ताबाद के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया और इंसाफ की गुहार लगाई। राकेश दोल्ताबाद ने आरोप लगाते हुए कहा कि बैंक के कर्मचारियों के गलत बर्ताव तथा तानाशाह रवैये के चलते पॉलिसी तथा फोर्मेलटी की 25 क्लोज पुरे करने में ही अनपढ़ किसानों को महीने धक्के खिला दिए। जिसके विरोध में आज प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया गया है। उन्होंने कहा कि विरोध के बाद पुलिस आई और पुलिस ने भी उन्हें बैंक से बाहर जाने की हिदायत देते उल्टे प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ ही मामला दर्ज कर कार्यवाही की बात कही, जबकि किसान के साथ ठगी करने वालों के खिलाफ पुलिस आज तक कुछ नही कर सकी। साइबर सिटी में किसानों की हितेषी कहे जाने वाली भाजपा सरकार में किसानों के साथ करोड़ों की ठगी के मामले सामने आ रहे है। गुडगाँव में मोहमदपुर निवासी लीलाराम को जमीन के मुआवजे के करोड़ों रूपये मिले थे, जोकि खाते में काफी दिनों से पड़े हुए थे, लेकिन इन करोड़ों रूपये पर सिस्टम की कुछ लापरवाही से सेंध मारी कर ठगी कर ली गई। जानकारी के अनुसार 11 अप्रैल से 21 अप्रैल की बिच किसान के खाते से फर्जी तरके से पहले तो ए.टी.एम. कार्ड बनवा लिया गया, जिसके बाद उस ए.टी.एम. के माध्यम लाखों लाखों रूपये की ट्रांजेक्शन करते हुए करीब 1 करोड़ 37 लाख रूपये खाते से निकाल लिए गये। किसान द्वारा जब बैंक में कॉपी में एंट्री कराने के लिए पहुंचा तो कॉपी में पैसे कम देख किसान के पैरो तले जमीन निकल गई। जिसके बाद मामले की शिकायत बैंक मेनेजर तथा पुलिस को दी गई। लीलाराम, पीड़ित किसान मोहम्मदपुर कहते है कि उन्हें महीनों से बैंक धक्के खिला रहा है, लेकिन अभी तक शिकायत की प्रक्रिया ही बैंक द्वारा पूरी नही की गई है। जिसके विरोध में उन्होने आज प्रदर्शन किया है। राकेश दोल्ताबाद, अध्यक्ष परिवर्तन संघ कहते है कि बैंक वालों का रवैया रुडली तथा तानाशाह वाला है, जोकि पीड़ित किसान को गुमराह कर धक्के खिला रहे है। करोड़ो की ठगी को बैंक अधिकारी हल्के में ले रहे है और प्रकिया का हिस्सा बताते हुए महीनों निकाल दिए है। जिसका हम विरोध कर रहे है और जिला प्रशासन तथा बैंक के उच्च अधिकारिओं को इसमें हस्तक्षेप कर मामले को गम्भीरता से लेते हुए किसान के पैसे वापस लौटाने चाहिए। मुकेश रुस्तगी, बैंक प्रबन्धक, स्टेट बैंक सेक्टर 10ए का कहना है बैंक के पीड़ित उपभोक्ता की शिकायत ले ली गई है, कुछ कागजो की प्रक्रिया थी जिन्हें पूरा कर लिया गया है। जल्द जांच करके किसान के पैसे वापस दिलाने का कार्य किया जाएगा। शिकायत में मिली जानकारी के अनुसार यदि किसी कर्मचारी की कोई लापरवाही होगी तो उसकी भी जांच की जायेगी।

 

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