बादशाहपुर, 27 मई (अजय) : हाल ही में राजकोट के जेसी गेमिंग जोन में हुई आग की बड़ी घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस दुर्घटना में 32 लोगों की जान चली गई, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। गुरुग्राम जिसे साइबर सिटी के नाम से जाना जाता है, जहां शहर के विभिन्न हिस्सों में जगह-जगह गेमिंग जोन बने हुए हैं। अब यह प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है कि वह राजकोट जैसी घटना से सबक लेते हुए, सभी गेमिंग जोन की अनुमति और सभी तरह की अनापत्ति प्रमाणपत्र की जांच करें। लोगों की मांग है कि सरकार सख्त आदेश जारी करते हुए गुरुग्राम प्रशासन को सुनिश्चित कराए कि गुरुग्राम के सभी गेमिंग जोन में सड़क और भवन विभाग से अनुमति प्राप्त हो, अग्निशमन संबंधी अनापत्ति प्रमाणपत्र फायर एनओसी हो, और सभी तरह के सुरक्षा प्रमाणपत्र पूर्ण हों, जिससे यह शाबित हो सके कि भविष्य में इन गेमिंग जॉन में किसी भी बड़ी घटना को सुरक्षा व्यवस्था को जांच करके रोका जा सके। लोगों की मांग है कि इसके साथ ही, यह भी देखा जाए कि जिन गेमिंग जोन ने किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं ली है, उन पर प्रशासन ने क्या कार्यवाही अभी तक की है, यदि किसी ने अनापत्ति प्रमाणपत्र अभी तक नही लिया है और वह विभाग में विचाराधीन है इस दौरान क्या वह मौके पर संचालन तो नही किया जा रहा, ताकि किसी बड़ी घटना को रोका जा सके। गुरुग्राम के नागरिकों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को कड़े कदम उठाने होंगे और नियमित जांच करनी होगी। यह जरूरी है कि सुरक्षा और नियमों का पालन हर व्यवसायिक जगह पर हो, खासकर जहां इतनी संख्या में लोग आते-जाते हैं, लोगों की मांग है कि प्रशासन को राजकोट की घटना से सबक लेते हुए एक व्यापक जाँच कमेटी बनानी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि गुरुग्राम के सभी गेमिंग जोन सुरक्षित है। गुरुग्राम नगर निगम आयुक्त एवं जिला उपायुक्त तथा फायर चीफ को इस मामले में गम्भीरता दिखाते हुए सख्ती से कार्यवाही करनी चाहिए। अब यह देखना होगा कि प्रशासन कितनी जल्दी और कितनी सख्ती से इस दिशा में कदम उठाता है, ताकि गुरुग्राम में कोई अप्रिय घटना न हो और सभी नागरिक सुरक्षित रहें।
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