बादशाहपुर, 28 जुलाई (अजय): वरिष्ठ भाजपा नेता, पूर्व चेयरमैन राव अभय सिंह ने कहा कि खेड़की दौला टोल पर लग रहे भीषण जाम से बचने के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे को दिल्ली गुड़गांव नेशनल हाईवे से जोड़ना निहायत जरूरी है| उन्होंने कहा कि यह लिंक ना होने से करोड़ों की लागत से निर्मित द्वारका एक्सप्रेस वे अस्तित्व विहीन पड़ा हुआ है और लोगों को टोल पर भीषण जाम से जूझना पड़ रहा है| राव अभय ने कहा कि खेड़की दौला टोल के जाम से बचने के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे पर बसे सेक्टरों और शिकोहपुर आदि दर्जनों गांवों के नागरिकों ने स्वयं पैसा एकत्रित कर नियमानुसार टोल से 500 मीटर दूर राजस्व मार्ग से द्वारका एक्सप्रेसवे को जोड़ने का काम किया था| ऐसा होने के बाद दिल्ली गुड़गांव एक्सप्रेसवे से करीब 10000 वाहनों का दबाव कम हुआ था| प्रतिदिन इस लिंक के माध्यम से 10000 गाड़ियां बिना टोल पार किए द्वारका एक्सप्रेसवे से निकल जाती थी लेकिन टोल प्रबंधन ने एनएचएआई से बिना मंजूरी लिए इसे राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने का हवाला देते हुए वहां दीवार खड़ी कर दी| इसके बाद जनता को हो रही परेशानियों को देखते हुए स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल मौके पर पहुंचे और उन्होंने दीवार गिराने का आदेश दिया लेकिन टोल प्रबंधन ने दोबारा कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए वहां दीवार खड़ी कर द्वारका एक्सप्रेसवे के लिंक को पूरी तरह से बंद कर दिया| राव अभय ने कहा कि
खेड़की दौला टोल प्रबंधन कंपनी मिलेनियम सिटी एक्सप्रेस वे प्राइवेट लिमिटेड (एमसीईपीएल) ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से हुए समझौते के मुताबिक निर्धारण से अधिक टोल वसूल लिया है| इसके बावजूद एनएच 8 और द्वारका एक्सप्रेसवे का लिंक बंद करके लोगों के समक्ष आवागमन का संकट उत्पन्न कर दिया गया है| इसके कारण लोगों को टोल पर भीषण जाम और घोर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है| राव अभय ने इस तरफ केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अनुरोध किया कि जनहित में खेड़की दौला टोल को तत्काल शिफ्ट करने और द्वारका एक्सप्रेसवे से दिल्ली गुड़गांव एक्सप्रेसवे का लिंक सुनिश्चित करने का काम शीघ्र किया जाए|
फोटो: राव अभय सिंह
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