मुंबई। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर लगातार हो रहे विरोध के बाद आखिरकार रिलीज़ से पहले फिल्म दिखाए जाने वाली बात मान ली गई है।
दरअसल, अखंड राजपुताना सेवासंघ के कार्यकर्ताओं ने रविवार को जुहू में भंसाली के घर और कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर फिल्म पद्मावती का विरोध किया। इस दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने जमकर भंसाली के खिलाफ नारेबाजी की और फिल्म पद्मावती को रिलीज़ नही होने देने की चेतावनी दे डाली। पुलिस ने इस इलाके में धारा 144 लगा दी थी।
प्रदर्शन के बाद पुलिस पदाधिकरियों और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जुहू पुलिस स्टेशन ले गई और बाद में सभी को छोड़ दिया गया। ख़बर यह है कि, भंसाली फिल्म को रिलीज़ से पहले दिखाने के लिए राज़ी हो गए हैं। अखंड राजपुताना सेवासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर पी सिंह ने बताया है कि फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली फिल्म रिलीज़ से पहले राजपूत समाज के संगठनों के प्रतिनिधियों को फिल्म दिखाने के लिए सहमत हो गए हैं।
आर पी सिंह ने कहा कि फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा कि फिल्म में राजपूत समाज और रानी पद्मावती की मर्यादा और मान-सम्मान का कितना ख्याल रखा गया है जैसा कि भंसाली दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फ़िल्म में कुछ भी तथ्य से परे, राजपूत समाज की मर्यादा के विपरीत और आपत्तिजनक हुआ तो उसे फिल्म से हटाना ही होगा, तभी फिल्म रिलीज़ होगी।
आपको बता दें कि, कुछ दिन पहले भंसाली के कार्यालय के बाहर पुलिस की निगरानी थी चूंकि राजपूत संगठनों ने विरोध करने की मंशा जताई थी। फिल्म पद्मावती 1 दिसम्बर को रिलीज़ होगी। इसमें दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह अहम किरदार निभा रहे हैं।
NEWS SOURCE :- www.jagran.com
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