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स्कूल में नाटकीय रूप में बच्चों को सिखाये पैसों के इस्तेमाल का सही प्रयोग

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बादशाहपुर, 29 नवम्बर (अजय) : गुरुग्राम में स्कूलों के लिए बच्चों को तेज तरार बनाने तथा शिक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए विभिन्न तरह की एक्टिविटी और कई तरह के अभ्यास कराकर बच्चों को तरासने का कार्य गुरुग्राम के निजी स्कुल लगे हुए है। जिसमे एक सेक्टर 66 स्थित शिक्षा भारती पब्लिक स्कूल भी है। जहां गणित की कक्षा को अध्यापक बेहतरीन नाटकीय रूप में चलाते हुए बच्चों को एक नकली दूकान लगाकर सामान खरीदारी के गूर सिखा रहे है तो वही पैसों के सही इस्तेमाल की शिक्षा बच्चों को दी जा रही है। इस विषय में शिक्षा भारती स्कूल के डायरेक्टर सुमित वर्मा का कहना है कि बच्चों का पढ़ाई से मोह भंग न हो और बच्चे इस तरह की एक्टिविटी को मनोरजन की तरह लेते है और अपने विषय का अध्यन कर लेते है। आज बच्चे और उनके माता पिता पढ़ाई को लेकर काफी तनाव में रहते है, जिसको कम करने के लिए कुछ बदलाव कर शिक्षा को बेहतरीन बनाने का इस तरह के छोटे छोटे प्रयास शिक्षा भारती स्कूल करता रहता है। इस नाटकीय रूप कक्षा में बच्चों को पैसे के बारे में पढ़ाया जाता है और उन्हें कम उम्र में पैसे का प्रबंधन करना सिखाया गयाहै। शिक्षा भारती स्कूल में गणित का अभ्यास करने और वास्तविक जीवन के माहौल में शिक्षार्थियों के पैसे से निपटने के कौशल को तेज करने के स्पष्ट लक्ष्य के साथ एक दिलचस्प गतिविधि टॉय मॉक शॉप की परिकल्पना की गई थी। अध्यापकों का मानना है कि खरीदारी बच्चों को सीखने का एक दिलचस्प तरीका है। इस एक्टिविटी में छात्रों को कक्षा में एक नकली दुकान स्थापित करने के लिए कहा गया। प्रत्येक छात्र को उनकी खरीदारी इच्छा सूची की योजना बनाने के लिए समान के पैसे दिए गए थे। जहां बच्चों को अपने पसंदीदा खिलौनों का चयन करने दुकानदार से बातचीत कर खरीदारी करने का दृश्य दर्शया गया था। बच्चों के लिए भी यह एक बहुत अच्छा अनुभव था। जहां उन्होंने न केवल मस्ती की बल्कि यह भी सीखा कि पैसे को कैसे संभालना और बचाना है।

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