गुरुग्राम, 23 दिसम्बर (ब्यूरो) : अगर आप लिखने का शौक रखते हैं और आपकी कल्पना की उड़ान दूर तक जाती है तो स्क्रिप्ट राइटिंग को करियर बना सकते हैं। फिल्म की किसी कहानी का रुख कैसे मोड़ना है और किसी सीन के लिए कितनी क्रिएटिविटी चाहिए है यह सब जानने का मौका आपको मिलेगा एनबीटी रंगमंच क्लब की स्पेशल स्क्रिप्ट राइटिंग वर्कशॉप में। यहां आप मूवी या टीवी/वेब सीरीज के लिए स्क्रिप्ट और स्क्रीन प्ले राइटिंग सीख सकते हैं। इस वर्कशॉप से आप स्टोरी आइडिया, स्क्रिप्ट राइटिंग और स्क्रीनप्ले राइटिंग सहित कई चीजें सीख सकते हैं, जिससे यह पता चलेगा कि फिल्म इंडस्ट्री में कैसे काम होता है।
स्क्रिप्ट राइटिंग स्टोरीटेलिंग : ऑडियंस को हमेशा अच्छी स्टोरी की तलाश होती है। लेकिन ये स्टोरी आती कहां से हैं। इसके लिए जिंदगी को एक सोर्स समझना पड़ता है- याददाश्त, कल्पना और अनुभव को मिलाकर कहानी मिलती है।
साहित्यिक काम का अडप्टेशन: इसमें ध्यान रखा जाता है कि आइडिया चोरी करने और उससे प्रेरणा लेने में फर्क है।
ऑडियो विजुअल लेखन : फिल्में ऑडियो विजुअल माध्यम हैं। इसलिए स्क्रिप्ट भी विजुअल और साउंड से बनती है।
स्क्रीन प्ले लिखने का तरीका: फॉर्मेट बहुत जरूरी होता है। फिल्म के लिए सिनॉप्सिस, स्टेप आउटलाइन, स्क्रीन प्ले और स्क्रिप्ट का अपना फॉर्मेट होता है।
सीन लिखना : स्क्रिप्ट राइटिंग में एक्शन, कैरेक्टर, सेटिंग, थीम, स्ट्रक्चर का अहम रोल होता है। इसके बाद किसी किरदार का खाका खींचा जाता है।
कैरेक्टराइजेशन : थ्री डाइमेंशनल किरदार कैसे तैयार किए जाएं। फिल्म में किरदार को कैसे डिवेलप किया जाए। इसके अलावा असाइनमेंट, प्रैक्टिकल्स और स्ट्रक्चरिंग को जानना भी जरूरी है। इस वर्कशॉप में मूवी मेकर और राइटर नलिन सिंह से स्क्रिप्ट राइटिंग का हुनर निखारने के गुर मिलेंगे।
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