गुड़गांव (ब्यूरो) : झूठी सकारत्मकता पर बोलते हुए अशोका इंटरनेशनल स्कुल के डायरेक्टर अशोक यादव ने बोलते हुए कहा कि उन्होंने एक लेख में पढ़ा था कि ‘थिक फेस’ लिखा है जिसका मतलब है खुद की ऐसी छवि जो आलोचना से अछूती है। यदि आप अपने आसपास ऐसे लोग चाहते हैं जो आपके जैसे नहीं हैं, तो आप बहुत आगे जाएंगे। दुनिया में रहते हुए हम जैसे हैं वैसे ही खुद को अपना लेते हैं। हम यदि आत्मविश्वास से भरपूर हैं तो लोग भी हमें सफलता दिलाने की कोशिश करते हैं। लेकिन यदि खुद पर भरोसा नहीं है तो प्रतियोगिता से पहले ही बाहर हो जाते हैं। जैसा हम खुद को मानते हैं, वैसा ही दुनिया हमें समझती है।
“थिक फेस’ मतलब लोग आपको कैसे देखते हैं जबकि “ब्लैक हार्ट’ मतलब खुद को पाना। जिसका ब्लैक हार्ट है उसमें संवेदना की कमी हो सकती है, लेकिन पूरे वक्त नहीं रहती है। कई बार अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए और बेहतर परिणाम हासिल करने के लिए आपको ‘बुरा’ भी बनना पड़ता है। लेख में लिखा है कि कुछ कर दिखाने की चाह सभी में होती है लेकिन चाह और सफलता के बीच कुछ कर दिखाने का जज़्बा भी होना चाहिए। थिक फेस और ब्लैक हार्ट भी कई तरह के होते हैं। कुछ लोग परिणाम के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते है । ऐसे में वे दूसरों की चिंता नहीं करते। ब्लैक हार्ट क्रूर व्यक्ति में पाया जाता है। इन्हें धीरे-धीरे समझ में आता है कि ज्यादातर असफलताएं उन्हें अपने ही चरित्र की खराबी की वजह से मिली हैं। खबरों के लिए मेल करें : pbknews1@gmail.com, whats app करें : 9811513537
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