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तनाव के चलते लोगों में बढ़ रही BP, मधुमेह जेसी गम्भीर बीमारियां : डॉ. ऋतू

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PBK News, 20 अप्रैल (ब्यूरो) :  देश में तनाव ग्रस्त होने से लोगों में बीमारियाँ ज्यादा बढ़ रही है आम तौर पर लोगों में एक दुसरे से उपर आगे बढ़ने के लिए लोग जानबुझ कर तनाव में रहने लगे है जिससे लोगों में कई अहम बीमारियाँ आम तौर पर बढ़ने लगी है उक्त बातें डॉ. ऋतू खिरोलिया ने बोलते हुए कही

उन्होंने कहा कि आजकल याद्दाश्त कमजोर होना, डर लगना, अवसाद इत्यादि जैसी समस्याएं बेहद आम होती जा रही हैं। कहीं-न-कहीं, यह लक्षण मानसिक बीमारी के भी हो सकते हैं। जानकारी न होने के कारण अक्सर लोग मानसिक रोगों को पहचान नहीं कर पाते, या फिर इन्हें गंभीरता से नहीं लिया जाता।

स्वास्तिक अस्पताल की डॉ. ऋतू खिरोलिया ने कहा कि इसी कारण लोगों को भविष्य में गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं। वैसे तो सभी की जीवन-शैली इतनी स्वस्थ होनी चाहिए कि कोई भी मानसिक और शारीरिक रोग उनके शरीर में जड़े न जमा पाए लेकिन यदि किसी व्यक्ति को कोई ऐसी असामान्य परेशानी हो रही है, जो पहले कभी नहीं हुई तो उसे एक बार डॉक्टर से सम्पर्क जरूर कर लेना चाहिए। क्योंकि कोई भी बिमारी यदि शुरुआती अवस्था में है, तो उसका उपचार आसानी से किया जा सकता है। लेकिन यदि बिमारी बढ़ जाए तो उसका उपचार मुश्किल हो जाता है।

डॉ. ऋतू खिरोलिया कहती है कि आपको इस तरह की परेशानी का सामना ही न करना पड़े तो आप अपनी जीवन-शैली को इतना स्वस्थ रखिये कि आपके शरीर से बिमारियाँ दूर रहें।

मानसिक समस्याओं से निपटने के लिए टिप्स

व्यायाम

व्यायाम हमारे शरीर को केवल चुस्त-दुरूस्त ही नहीं रखता, बल्कि मस्तिष्क को भी स्वस्थ रखता है। यह जरुरी नहीं कि आप बहुत डॉ तक व्यायाम करें तभी आपको फायदा होगा। पूरे दिन में केवल 30 मिनट का व्यायाम भी आपके मानसिक स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। आप ऐसे व्यायाम को चुनें, जिन्हें करने में आप आरामदायक और खुशी महसूस करते हैं। व्यायाम के बाद, इस बात पर भी गौर करें कि व्यायाम करने के बाद आपमें क्या बदलाव आया हैं। आप किसी ग्रुप में या और लोगों के साथ मिलकर करें, ऐसा करने से आप दूसरों के साथ कनेक्ट हो पाएंगे और व्यायाम को ज्यादा एन्जॉय करेंगे। जब भी आप को तनाव महसूस हो, टहलने जाएं। टहलना तनाव से मुक्ति पाने का सबसे आसान तरीका है।

भरपूर नींद लें

सोने से हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। जब भी हम अच्छी और पर्याप्त नींद लेते हैं, तो हम तनाव पर अच्छी तरह काबू पा सकते हैं। अपने कार्य पर कन्सन्ट्रेट कर पाते हैं और सकारात्मक साचे पाते हैं।

हर व्यक्ति को कितनी नींद चाहिए, यह उसके अपने शरीर पर निर्भर करता है। यदि किसी व्यक्ति को रात में नींद नहीं आ रही है तो समझ लीजिए कि उसको कई मानसिक तनाव हो रहा है।

यदि आपको बेहतर नींद न आ रही तो निम्नलिखित चीजें की जा सकती हैं-

  • सोने से पहले, व्यायाम न करें।
  • बहुत ज्यादा खाना, एल्कोहल, सिगरेट और चाय-कॉफी या अन्य कोई भी पेय पदार्थ, जिसमें कैफीन हो, का सेवन न करें।
  • सोने से पहले, कुछ अच्छी किताबें पढ़ें।
  • सोने के लिए, नींद की गोलियां का इस्तेमाल न करें।

सकारात्मक सोचें

सकारात्मक सोच का मतलब यह नहीं है कि सिर्फ अच्छे विचार ही सोचने हैं। जीवन में उतार चढ़ाव लगे रहते हैं, ऐसे में समस्या का निदान सकारात्मक रूप से करना और सोचना ही अच्छे मानसिक स्वास्थ्य को दर्शाती हैं। जैसे- यदि आपके किसी अपने के साथ कुछ बुरा हादसा या घटना घटी हैं तो हमेशा सोचते रहने से बचें। किसी भी कार्य को लेकर यह न सोचें कि केवल बुरा ही होगा न ही यह कि केवल अच्छा होगा। सकरात्मक साचेते हुए जो भी होगा उसे स्वीकार करें।

शौक के लिए समय निकालें

चाहें आप जितना भी व्यस्त रहते हो लेकिन अपने शौक के लिए भी समय जरूर निकालें। ऐसा करने से आप, मानसिक रूप से तरोताजा महसूस करते हैं। इससे आपके मेंटल हेल्थ पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं।

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