संसद को हर पल कार्यात्मक न रखने का कोई बहाना नहीं हो सकता – उपराष्ट्रपति
नई दिल्ली, 24 जुलाई। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज इस बात पर जोर दिया कि लोकतंत्र पूरी तरह से संवाद, चर्चा, विचार-विमर्श और बहस के बारे में है। उन्होंने व्यवधान और अशांति को लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत बताया। उन्होंने इस तथ्य के बारे…
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