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शिक्षक और विद्यार्थियों में सम्मान भरी दृष्टि बेहद जरूरी : सुमित वर्मा

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बादशाहपुर, 17 जुलाई (अजय) : अच्छे गुणों के अध्यापक ही देश को उज्ज्वल भविष्य के बच्चों के रूप में दे सकते है उक्त बातें शिक्षा भारती स्कूल सेक्टर 66 के डायरेक्टर सुमित वर्मा कही। उन्होंने ने कहा कि हम अक्सर सुनते हैं कि सोशल मीडिया पर शिक्षकों के बारे में नकारात्मक बातें कही जाती हैं। मीडिया में भी नकारात्मक खबरें छपती रहती हैं। अच्छी और सकारात्मक कहानियों को उतनी ज्यादा तवज्जो नहीं मिलती है। इसी सिलसिले में एक एजुकेशन मिरर का एक छोटा सा दख़ल है कि हम उन सकारात्मक बातों पर भी चर्चा करेंगे जो सोशल मीडिया के माध्यम से हमारे पास पहुंचती हैं।

 शिक्षा भारती स्कूल सेक्टर 66 के संचालक सुमित वर्मा ने एक जानकारी सांझा करते हुए कहा कि व्हाट्सएप ग्रुप पर उनके एक साथी ने शेयर की। इसकी बहुत सी बातें गौर करने लायक हैं जो एक शिक्षक की खूबियों को रेखांकित करती हैं। उन्होंने कहा कि एक अच्छे शिक्षा के गुण की बात करे तो वह शिक्षक जिन्हें अपनी क्लास की पहली बेंच से लेकर आखिरी बेंच तक के बच्चों का नाम पता होता है वह एक अच्छे शिक्षक के गुण होते है। वही जो उन बच्चों से भी उत्तर देने का अवसर देते हैं जिन्हें उत्तर पता होता है लेकिन वो क्लास में बोलने से परहेज करते हैं। हाँ खुशी देते हैं ऐसे शिक्षक जो कमजोर बच्चों को जस की तस हालत में छोड़ने की बजाय उन्हें मुख्यधारा में शामिल कर देते हैं। हाँ उन शिक्षकों का थोड़ा अतिरिक्त सम्मान करने का मन होता है जो परीक्षा कक्ष में हड़बड़ी में गिरी पेन चुपचाप रख देते हैं बच्चों की टेबल पर।

उन्होने कहा कि अच्छे शिक्षक एक दोस्त की तरह भी होते हैं। दोस्त की तरह लगते हैं वह शिक्षक जो उदास चेहरा देख बिना किसी लाग लपेट के पूछ लेते है बच्चों की परेशानी। ठट्ठा मार हँस लेते हैं जो शिक्षक अपने विद्यार्थियों के साथ, अक्सर उनकी यह सहजता दिल में सहेज लेते हैं बच्चे और कर लेते है पसंदगी की लिस्ट में उन शिक्षकों का क्रम थोड़ा और ऊपर। बच्चों के अक्सर वह शिक्षक हो जाते हैं बेहद प्रिय जो कॉपी में बड़ा सा लाल गोला बनाने की जगह लिख देते हैं सही शब्द या पंक्ति और खेलते वक्त होते हैं साथ। खेल लेते हैं विद्यार्थियों के साथ थोड़ी देर बैडमिंटन, रख जिनके कंधों पर बेतकल्लुफी से हाथ साझा कर लेते है बच्चे क्लास का सुलझा उलझा अनुभव

सुमित वर्मा कहते है कि अक्सर वह शिक्षक पसंद किये जाने से भी ऊपर पसंद किये जाते हैं जो दे देते हैं बच्चों को स्वतंत्रता अपना दृष्टिकोण रखने की और डाल लेते हैं एक सम्मान भरी दृष्टि एक सरल मुस्कान के साथ। हाँ बरबस आकर्षित कर लेते हैं वह शिक्षक जो बच्चों के साथ पी लेते हैं चाय,कर लेते है देश दुनिया पर खुलकर बहस। हाँ ऐसे शिक्षक बेहद अच्छे लगते हैं जिनका साथ महसूस करा देता है दोस्त, अभिभावक, अध्यापक, भाई बहन जैसा रिश्ता। अक्सर बढ़ता ही जाता है इनका सम्मान, होते ही जाते हैं ये और अधिक और अधिक और अधिक प्रिय।

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