PBK NEWS | नई दिल्ली । अगर आपका नाम दिल्ली के अलावा देश के किसी अन्य राज्य की मतदाता सूची में भी दर्ज है तो यह फर्जीवाड़ा आगे नहीं चल पाएगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने एरो (इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन आफिसर) नेट सिस्टम शुरू किया है।
इस सिस्टम में किसी व्यक्ति का यदि दो जगह पंजीकरण हुआ तो तुरंत पकड़ में आ जाएगा। इसी तरह इस सिस्टम का एक फायदा यह भी होगा कि अगर कोई मतदाता किसी अन्य राज्य से दिल्ली में शिफ्ट हुआ है और अपना वोट यहां स्थानांतरित कराना चाहता है तो वह भी उस राज्य में जाए बिना हो जाएगा।
जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग ने यह सिस्टम पायलट प्रोजेक्ट स्वरूप जून माह में पंजाब और हरियाणा में शुरू किया था, जबकि अब दिल्ली सहित सभी राज्यों में शुरू कर दिया गया है। इसके जरिए अब हर राज्य का अपना अलग डाटाबेस नहीं रहेगा बल्कि वह कॉमन हो जाएगा। इससे फर्जीवाड़े पर पूरी तरह से अंकुश लग जाएगा।
जागरण से बातचीत में दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी चंद्रभूषण कुमार ने बताया कि दिल्ली में मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए 70 फीसद आवेदन ऑनलाइन ही आते हैं। ऐसे में जब उन्हें एरोनेट सिस्टम में डाला जाएगा तो तुरंत पता चल जाएगा कि उस नाम और डिटेल वाले व्यक्ति का पहले तो कहीं से मतदाता पहचान पत्र नहीं बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि एरोनेट सिस्टम का एक लाभ यह भी होगा कि अब किसी को दूसरे राज्य से बना अपना मतदाता पहचान पत्र रद कराने और यहां नया बनवाने के लिए वहां नहीं जाना होगा। यह कार्य भी यहीं से हो जाएगा।
यहां के चुनाव अधिकारी संबंधित राज्य को सूचना भेजते हुए यहां नया वोट बना देंगे। इसके अतिरिक्त चुनाव के समय एरोनेट के जरिए मतदाता अपने पोलिंग बूथ के बारे में भी जान सकेंगे।
उन्होंने बताया कि इस सिस्टम को लेकर बूथ लेवल अफसर से जिला निर्वाचन अधिकारी तक को प्रशिक्षित कर दिया गया है। सिस्टम को लागू भी तत्काल प्रभाव से कर दिया गया है।
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