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एमओयू का उद्देश्य खेलों में डोप-रोधी कार्यो में क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाना है- अनुराग ठाकुर

राष्ट्रीय डोप- रोधी एजेंसी, भारत (नाडा इंडिया) ने दक्षिण एशिया क्षेत्रीय डोप- रोधी संगठन (साराडो) के साथ सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए

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नई दिल्ली, 4जुलाई नाडा इंडिया ने सोमवार को नई दिल्ली में नाडा इंडिया – साराडो सहयोग बैठक में साराडो के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए। साराडो में बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका के डोप- रोधी संगठन शामिल हैं। इस अवसर पर  अनुराग सिंह ठाकुर, युवा कार्यक्रम और खेल तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री, भारत सरकार,  सुजाता चतुर्वेदी, सचिव (खेल), युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार, साराडो सचिवालय एवं बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका सदस्य देशों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

एमओयू का उद्देश्य खेलों में डोप-रोधी कार्यो में क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाना है। अनुराग सिंह ठाकुर ने इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय खेलों में भारत की बढ़ती भागीदारी और उपलब्धियों तथा स्वच्छ खेल प्रतिस्पर्धा प्रयासों को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी उठाने और वैश्विक डोप-रोधी अभियान में बढ़ चढ़कर योगदान को लेकर भारत की उत्सुकता का उल्लेख किया।अनुराग ठाकुर ने कहा ‘‘नरेन्द्र मोदी का सपना है कि भारत आने वाले वर्षों में खेल महाशक्ति बने। युवा मामले और खेल मंत्रालय इस सपने को वास्तविकता में बदलने के लिये प्रतिबद्ध है और राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन के लिये रातदिन काम कर रहा है।’’

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘प्रतिस्पर्धा और प्रशिक्षण कैंप और खेलों में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के गहन प्रयासों के जरिये सभी खेलों के लिये बढ़ते अवसर, उच्च गुणवत्ता प्रशिक्षण, बेहतर खेल सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर बढ़ते हमारे फोकस से वैश्विक खेल विकास में योगदान की भारत की इच्छा और उद्देश्य की स्पष्ट झलक मिलती है।’’

अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत उत्तरी और दक्षिणी विश्व के बीच फासला कम करने में सेतू का काम कर रहा है और एशियाई क्षेत्र के हमारे मित्रों के लिये आर्थिक, सामाजिक वृद्धि के अवसर पैदा कर रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि खेल में डोपिंग के खिलाफ यूनेस्को अंतरराष्ट्रीय संधि और विश्व डोपिंग-रोधी एजेंसी में भारत के बढ़ते योगदान से दुनियाभर में डोप-रोधी अभियान और डोप-रोधी प्रयासों को मजबूती देने के प्रयासों में लगे रहने की भारत की इच्छाशक्ति और दृढ़ इरादे का पता चलता है।

उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि भारत वर्तमान में जी20 का अध्यक्ष है, ऐसे में भारत एशियाई क्षेत्र की चिंताओं और दुष्टिकोण को दुनिया के समक्ष रख रहा है। उन्होंने एक ऐसी क्षेत्रीय भागीदारी के महत्व को भी रेखांकित किया जो कि अन्य क्षेत्रों में सहयोग के साथ ही खेल क्षेत्र में सहयोग की दिशा में सशक्त पहल के तौर पर क्षेत्र को आगे बढ़ाने और उठाने में मदद करे। उन्होंने नाडा इंडिया और साराडो को डोप- रोधी क्षेत्र में भारत के साथ अपनी तरह के इस पहले एमओयू के लिये बधाई देने के साथ अपनी बात समाप्त करते हुये सदस्यों को खेल विकास के अन्य फोकस क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने और एशियाई क्षेत्र में सहयोग को नई उंचाईयों पर ले जाने को आमंत्रित किया।

केन्द्रीय मंत्री ने साराडो के सदस्य देशों को साथ मिलकर आगे आने और खेल क्षेत्र में डोप-रोधी उपायों के लिये युद्ध स्तर पर काम करने का आग्रह किया।

नाडा इंडिया की महानिदेशक और सीईओ  रितु सेन और साराडो के महा निदेशक  मोहम्मद माहिद शरीफ ने अपने अपने संगठनों की ओर से एमओयू पर हस्ताक्षर किये। एमओयू में प्रोजैक्ट प्लान और सहयोग के क्षेत्रों के जरिये तीन साल में निम्नलिखित उद्देश्यों को पूरा करने का लक्ष्य है।

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