PBK NEWS | क्रिकेट में भी अजीबो-गरीब संयोग देखने को मिलते हैं. कुछ ऐसा ही संयोग ईडन गार्डन में श्रीलंका के खिलाफ चल रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारत की पारी के दौरान भी देखने को मिला. यह रहा तीसरा संयोग! यह संयोग देखने को मिला दिलरुवान परेरा की ओर से फेंके गए पारी के 52वें ओवर के दौरान और यह तीसरा संयोग महज पांच ही गेंदों के भीतर हुआ. और इस को लेकर काफी देर तक क्रिकेटप्रेमियों और कमेंटेटरों के बीच चर्चा होती रही. दरअसल 52वें ओवर की तीसरी गेंद पर रवींद्र जडेजा ने डिफेंसिव स्ट्रोक खेला और श्रीलंकाई खिलाड़ियों की कैच की अपील पर अंपायर विल्सन ने नकार दिया. इस पर श्रीलंका टीम ने रिव्यू की मांग की. थर्ड अंपायर की समीक्षा में शुरुआत में लगा कि गेंद पहले पैड पर लगी है. और यह समीक्षा सही साबित हुई. जडेजा तीसरे अंपायर की समीक्षा में कैच की अपील से तो बच गए, लेकिन एलबीडब्ल्यू करार दिए. तीसरे अंपायर से राय मिलने के बाद मैदानी अंपायर विल्सन ने अपना फैसला बदलते हुए जडेजा को आउट करार दिया.
जडेजा के बाद दो गेंद ही गुजरी थीं कि एक और ‘तीसरा संयोग’ सामने आया. ओवर की पांचवी गेंद पर विकेटकीपर साहा ने पैडल स्वीप खेलने की कोशिश की और गेंद पहली स्लिप की तरफ चली गई. इस पर अंपयार ने उन्हें आउट करार दिया. इस पर साहा ने तुरंत ही रिव्यू की मांग कर दी. उनका कहना था कि गेंद उनकी बांह से लग कर गई है.
शुरुआत में कैमरे में पहली बार को लगा कि वास्तव में गेंद उनकी बांह से लग कर गई है, लेकिन थोड़ी ही देर में साफ हो गया कि गेंद ने उनके बल्ले का बाहरी किनारा भी लिया था. और चार गेंदों के भीतर हुए इस तीसरे संयोग (थर्ड अंपायर) ने भारत के जमकर खेल रहे दो बल्लेबाजों को पेवेलियन लौटा दिया.
News Source: khabar.ndtv.com
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