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पारदर्शिता के साथ हो पैटी ग्रांट का वितरण : शरद गोयल

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PBK News (अजय) : हरियाणा सरकार ने अपने मंत्रियों की पैटी ग्रांट बढ़ाकर 25 लाख रुपये वार्षिक कर दी है। अभी तक यह छह लाख रुपये हुआ करती थी। पैटी ग्रांट विधायकों को भी मिलती है। हालांकि उनकी पैटी ग्रांट नहीं बढ़ाई गई है। पैटी ग्रांट माननीयों को इसलिए दी जाती है, ताकि वे किसी जरूरतमंद की मदद कर सकें। मंत्रियों और विधायकों के पास तमाम तरह के जरूरतमंद अपनी फरियाद लेकर आते रहते हैं। इस तरह का फंड उनके पास होता है तो मदद करने में सुविधा होती है। निश्चित रूप से इस मद में केवल पचास हजार रुपये मासिक मंत्रियों को दिया जाना कम था, क्योंकि मंत्री के पास ऐसे जरूरतमंद बड़ी संख्या में आते हैं। वैसे मंत्री चाहें तो उन्हें अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के जरिये भी मदद मुहैया करा सकते हैं। कराते ही होंगे, लेकिन उसकी प्रक्रिया बहुत लंबी होती है, तत्काल जरूरत पर मदद नहीं मिल पाती। पैटी ग्रांट की राशि से तत्काल मदद की जा सकती है। इसलिए इस राशि को बढ़ाए जाने से असहमत होने का प्रश्न ही नहीं, लेकिन मंत्रियों और विधायकों की तरफ से अपने विवेक पर दी जाने वाली यह मदद कितने जरूरतमंदों को दी जाती है, इसपर सदैव प्रश्न उठते रहे हैं। 1 इस तरह की तमाम घटनाएं सामने आई हैं कि मंत्रियों और विधायकों ने अपने चहेतों को इस फंड से मोटी राशि मदद के नाम पर दे दी, जबकि जिन्हें मदद दी गई वे आर्थिक रूप से सक्षम थे। कुछ ने अपने कार्यकर्ताओं के घरों में पड़ने वाले विवाहोत्सव में अपने नाम से शकुन की राशि दे दी। इसलिए इस मद की राशि का उपयोग मंत्रियों और विधायकों ने कहां किया और क्यों किया? इसका भी उत्तर मांगा जाना चाहिए। इसकी पारदर्शी व्यवस्था होनी चाहिए। माननीय यदि जरूरतमंदों की मदद के बहाने संपन्न चहेतों को राशि देते हैं तो उनपर कार्रवाई होनी चाहिए। तभी इस राशि का सदुपयोग सुनिश्चित हो सकेगा। खबरों के लिए मेल करें : pbknews1@gmail.com  खबरों के लिए सम्पर्क करें : 9811513537  

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