नई दिल्ली, 3अगस्त। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने बुधवार को 20 यूनिवर्सिटी को ‘फर्जी’ घोषित कर दिया. लिस्ट में सबसे ज्यादा 8 ऐसे विश्वविद्यालय दिल्ली में हैं. यूजीसी सचिव मनीष जोशी ने कहा, ‘आयोग के संज्ञान में यह आया है कि कई संस्थान यूजीसी अधिनियम के प्रावधानों के विपरीत डिग्री की पेशकश कर रहे हैं. ऐसे विश्वविद्यालयों द्वारा प्रदान की गई डिग्री की न तो मान्यता होगी और न ही वे उच्च शिक्षा या रोजगार के उद्देश्य से मान्य होंगी. इन विश्वविद्यालयों को कोई भी डिग्री प्रदान करने का अधिकार नहीं है.’
यूजीसी के मुताबिक दिल्ली में 8 ‘फर्जी’ विश्वविद्यालय हैं’
.ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एंड फिजिकल हेल्थ साइंसेज
.कमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड, दरियागंज
.यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी, वोकेशनल यूनिवर्सिटी
.एडीआर-सेंट्रिक ज्यूरिडिकल यूनिवर्सिटी
.इंडियन इंस्टीट्यूशन ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग
.विश्वकर्मा ओपन यूनिवर्सिटी फॉर सेल्फ-इम्प्लायमेंट
.आध्यात्मिक विश्वविद्यालय.
.यूपी में ऐसे चार फर्जी यूनिवर्सिटी हैं…
.गांधी हिंदी विद्यापीठ
.नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ इलेक्ट्रो कॉम्प्लेक्स होम्योपैथी
.नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी
.भारतीय शिक्षा परिषद
यूजीसी ने बताया कि कर्नाटक, महाराष्ट्र, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और केरल में भी ‘फर्जी’ विश्वविद्यालय हैं. यूजीसी ने सलाह दी है कि प्रवेश लेने से पहले फर्जी और मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के बारे में विवरण जांच लें. इसके अलावा, अगर कोई विश्वविद्यालय/संस्थान यूजीसी अधिनियम के उल्लंघन में अकादमिक कार्यक्रम पेश कर रहा है, तो इसे ugcampc@gmail.com पर ईमेल के माध्यम से यूजीसी के ध्यान में लाया जा सकता है, ताकि ऐसे संस्थानों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके.
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