नई दिल्ली, 23अगस्त। यूआईडीएआई ने आधार कार्ड से जुड़े स्कैम्स को लेकर सोशल मीडिया पर एक चेतावनी जारी की है। यूआईडीएआई ने आधार कार्ड यूजर्स को सचेत किया है कि अगर उनके पास ईमेल या वॉट्सऐप के जरिये आधार कार्ड नंबर शेयर करने को कहा जाता है तो वो ऐसा ना करें।
यूआईडीएआई ने कहा है कि सरकार आधार अपडेट के लिए कभी भी ईमेल या वॉट्सऐप नहीं करती है। सरकार, ईमेल या वॉट्सऐप के जरिये पहचान का प्रमाण (पीओआई) या पते का प्रमाण (पीओए) जैसे डॉक्यूमेंट्स नहीं मांगती है।
सरकार ने जो एडवाइजरी जारी की है, उसके मुताबिक इन दिनों आधार कार्ड से जुड़े स्कैम बढ़े हैं। स्कैमर्स, आधार कार्ड यूजर्स से उनके आधार नंबर मांग रहे हैं। आधार एक बहुत ही सेंसिटिव आईडेंफिकेशन नंबर है और ये भारत के नागरिक होने का प्रमाण है। स्कैमर्स किसी व्यक्ति के आधार नंबर के जरिये फ्रॉड कर सकते हैं।
स्कैमर्स कई तरीकों से आधार के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं। वे आपका आधार कार्ड चुरा सकते हैं या वे नकली आधार कार्ड का उपयोग कर सकते हैं> वे आपकी आधार जानकारी चुराने के लिए यूआईडीएआई डेटाबेस को भी हैक कर सकते हैं।
क्यूआर कोड वेरिफिकेशन
ऐसे किसी भी स्कैम से बचने के लिए सरकार ने लोगों से अपना आधार कार्ड किसी के साथ शेयर नहीं करने को कहा है। इसने लोगों को कार्ड पर मौजूद क्यूआर कोड का उपयोग करके अपने आधार को वेरिफाई करने की भी सलाह दी है।
QR कोड से आधार कैसे वेरिफाई करें
Google Play Store या Apple App Store से mAadhaar ऐप डाउनलोड करें.
ऐप खोलें और वेरिफाई आधार विकल्प पर टैप करें.
अपने फोन के कैमरे को आधार कार्ड, ई-आधार, या आधार पीवीसी पर क्यूआर कोड पर स्कैन करें.
ऐप क्यूआर कोड को स्कैन करेगा और आधार धारक की जानकारी दिखेगी.
जानकारी वेरिफाई करें और Verify बटन पर टैप करें.
हालांकि, यदि आपको पता चलता है कि आपके आधार के साथ छेड़छाड़ की गई है, तो आपको तुरंत इसकी सूचना यूआईडीएआई को देनी चाहिए. आप उनकी हेल्पलाइन 1947 पर कॉल करके या uidai.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करके ऐसा कर सकते हैं.
सरकार नागरिकों से myAadhaarPortal, mAadhaarApp और UIDAI के सोशल मीडिया हैंडल जैसे सुरक्षित चैनलों का उपयोग करके अपने आधार को सुरक्षित रखने का आग्रह करती है।
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