नई दिल्ली,19 सिंतबर। बेहतर समन्वय के लिए सभी विमानन नियामक प्राधिकरणों को एक ही छत के नीचे लाने तथा नागर विमानन मंत्रालय (एमओसीए) के निकट एक कार्यालय की लंबे समय से आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इस महत्वपूर्ण आवश्यकता को दिल्ली के सफदरजंग हवाई अड्डे पर एक एकीकृत कार्यालय परिसर ‘उड़ान भवन’ के उद्घाटन के साथ पूरा कर लिया गया। इस भवन का उद्घाटन केन्द्रीय नागर विमानन तथा इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल (डॉ.) विजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त) और नागर विमानन मंत्रालय में सचिव वुमलुनमंग वुअलनाम की गरिमामयी उपस्थिति में किया।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए), नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस), विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) और विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (एईआरए), नियामक प्राधिकरण होने के नाते नागर विमानन के क्षेत्र में मानकों के अनुसार नियमों एवं विनियमों के निर्माण व कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) देशभर में विभिन्न हवाई अड्डों पर निर्माण, संचालन, एटीसी एवं सीएनएस सेवाएं प्रदान करने तथा रखरखाव के लिए जिम्मेदार प्रमुख हवाई अड्डा ऑपरेटर है। नई दिल्ली के सफदरजंग हवाई अड्डे पर एक नए एकीकृत कार्यालय परिसर, ‘उड़ान भवन’ का निर्माण किया गया है जो नागर विमानन मंत्रालय के तहत विभिन्न नियामक प्राधिकरणों के बीच बेहतर समन्वय की सुविधा प्रदान करेगा।
इस अवसर पर प्रायोगिक ई-वॉलेट सुविधा का शुभारंभ भी किया गया। ई-वॉलेट भारतकोष पोर्टल में विभिन्न नियामक अनुमोदनों के लिए शुल्क की प्रोसेसिंग में विशेष रूप से उपयोगी होगा और यह एक ऐसे प्रीपेड वॉलेट के रूप में कार्य करेगा जो पंजीकृत उपयोगकर्ताओं को अग्रिम रूप से धनराशि का समावेश करने में सक्षम बनाएगा। प्रारंभ में, धनराशि का समावेश के लिए केवल एनईएफटी/आरटीजीएस मोड की अनुमति होगी। उपयोगकर्ता तुरंत रसीद और चालान भी पा सकेंगे।
इस अवसर पर केन्द्रीय नागर विमानन तथा इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य एम.सिंधिया ने कहा, “आज एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि हम न केवल उड़ान भवन का उद्घाटन कर रहे हैं, बल्कि भारतकोष पोर्टल का भी उद्घाटन कर रहे हैं जो एक प्रीपेड वॉलेट के रूप में कार्य करेगा। यह पोर्टल हमारे नागर विमानन मंत्रालय के माध्यम से अपेक्षाकृत तेज, तत्पर एवं अधिक सुरक्षित भुगतान प्रणाली को संभव बनाएगा।”
उन्होंने कहा, “कामकाज का एक स्वस्थ वातावरण अपने साथ बहुत सारी सकारात्मकता लाता है, उत्पादकता बढ़ाता है और आराम में वृद्धि करता है। यह कार्यस्थल का वातावरण ही है जो वास्तव में विचारों को ठोस कार्रवाई में परिणत करता है। सरकार एक अधिक सक्रिय समस्याओं का निवारण करने वाली एवं परिवर्तन का वाहक बन गई है जो आकांक्षी भारत को दुनिया के विकास का वाहक बनने के लिए परिवर्तित कर रही है।” केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि नया भवन प्रधानमंत्री के ‘संकल्प से सिद्धि’ के आह्वान का प्रतीक है। यह न केवल पर्यावरण एवं स्थिरता की दृष्टि से 21वीं सदी के मानकों को पूरा करता है, बल्कि इसमें खुलापन एवं सभी आवश्यकताओं को पूरा करने वाली सभी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
इस उद्घाटन के अवसर पर, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल (डॉ.) वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा, “भारतकोष पोर्टल और उड़ान भवन का उद्घाटन एक ऐतिहासिक कदम है।”
नागर विमानन मंत्रालय में सचिव वुमलुनमंग वुअलनाम ने कहा, “उड़ान भवन सभी संगठनों को एक ही छत के नीचे एक साथ काम करना संभव बनाएगा और इससे बेहतर समन्वय स्थापित होगा।”
नए एकीकृत कार्यालय परिसर में जमीन के ऊपर जी+3 तल निर्मित हैं और शेष तीन तल बेसमेंट के रूप में हैं और इनमें 1270 अधिकारियों का समावेश हो सकता है। इस भवन का कुल निर्मित क्षेत्रफल 71257 वर्गमीटर है और यह परियोजना कुल 374.98 करोड़ रुपये की लागत से पूरी हुई है।
जीआरआईएचए-5 रेटेड इस भवन में पर्यावरण के अनुकूल स्थायित्व से जुड़ी कई विशेषताओं का समावेश है। इस भवन को यथासंभव अधिकतम सीमा तक दिन के उजाले के उपयोग की दृष्टि से डिजाइन किया गया है। इस भवन की पर्यावरण के अनुकूल विशेषताओं में गर्मी को कम करने के लिए कुशल एलईडी फिक्स्चर, चमकदार पर्दा-दीवार असेंबली और डबल-स्किन फसाड सिस्टम का उपयोग, अपशिष्ट जल का पुनर्चक्रण व प्रबंधन शामिल हैं।
उड़ान भवन आधुनिक सम्मेलन कक्ष, एवी सिस्टम, आईटी से संबंधित बुनियादी ढांचे, पार्किंग प्रबंधन प्रणाली, योग कक्ष, क्रेच सुविधा, ईवी चार्जिंग आदि से सुसज्जित है।
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