केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के दूसरे ‘चिंतन शिविर’ की, की अध्यक्षता
नई दिल्ली, 20 मई। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के दूसरे ‘चिंतन शिविर’ की अध्यक्षता की। ‘चिंतन शिविर’ का उद्देश्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संवाद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “विजन 2047” के कार्यान्वयन के लिए कार्य योजना तैयार करना था।
गृह मंत्री ने काउंटर टेररिज्म एंड रेडिकलाइजेशन, आंतरिक सुरक्षा, साइबर और सूचना सुरक्षा, नारकोटिक्स, आपदा प्रबंधन, फॉरेनर्स, आदि विषयों पर मंत्रालय के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। अमित शाह ने आत्मनिर्भर भारत की स्थिति, विभिन्न बजटीय घोषणाओं और गृह मंत्रालय के महत्वपूर्ण लंबित मुद्दों की समीक्षा भी की। चिंतन शिविर के दौरान अधिकारियों ने मंत्रालय से संबंधित विभिन्न विषयों पर अपने सुझाव साझा किए।
चिंतन शिविर में अपने समापन संबोधन में गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दुनियाभर में भारत का स्थान बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है और इसे विश्व में हर क्षेत्र में सर्वप्रथम बनने से अब कोई नहीं रोक सकता। अमित शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय को विज़न 2047 के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए रोडमैप तैयार करके उस पर चलने के प्रयास करने चाहिएं और ये 25 साल का रोडमैप भारत को निश्चित रूप से दुनिया में सर्वप्रथम बनाने में सफल होगा।
अमित शाह ने कहा कि हमें भविष्य की चुनौतियों को विज़ुअलाइज़ करके उनके समयपूर्व समाधान निकालने के हरसंभव प्रयास करने चाहिएं। उन्होंने ड्रोन और आर्टिफिश्यिल इंटेलीजेंस समेत आधुनिक तकनीक के उपयोग करने और इनके दुरूपयोग को रोकने की क्षमता को और अधिक बढ़ाने पर ज़ोर दिया।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने मंत्रालय के कामकाज की सराहना करते हुए अधिकारियों से विजन 2047 में निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए और अधिक तन्मयता से काम करने का आह्वान किया। अमित शाह ने जोर दिया कि बिजली की खपत को कम करने के लिए गृह मंत्रालय के सभी कार्यालय भवनों के लिए अधिक से अधिक सौर ऊर्जा का प्रावधान किया जाना चाहिए।
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