वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग भले ही मुलाकात करने वाले हैं, मगर अमेरिका की उससे पहले कुछ शर्तें भी हैं. अमेरिका ने शनिवार को कहा कि उत्तर कोरिया की ओर से ठोस कार्रवाई के बाद ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग के बीच बातचीत होगी. बता दें कि शुक्रवार को ट्रंप ने कहा था कि वह मई तक किम जोंग उन से बातचीत के लिए तैयार हैं. हालांकि, महीने के अलावा बैठक के लिए समय और तारीख तय नहीं है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा, ‘उत्तर कोरिया की ओर से किये गए वादे के तहत ठोस कार्रवाई के बिना यह वार्ता नहीं होगी.’ उत्तर कोरियाई घटनाक्रम से अवगत कराने के लिए ट्रंप ने कल रात से लेकर आज सुबह तक अपने चीनी समकक्ष शी चिनफिंग सहित दुनिया के विभिन्न नेताओं से फोन पर बातचीत की.
व्हाइट हाउस ने कहा कि दोनों नेताओं ने अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच वार्ता की संभावनाओं का स्वागत किया और प्योंगयांग की ओर से ठोस कदम उठाने जाने तक दबाव बनाए रखने और पाबंदी को लेकर प्रतिबद्धता प्रकट की.
उधर, एएफपी की खबर के मुताबिक फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने अमेरिका और उत्तर कोरिया के नेताओं के बीच ऐतिहासिक बातचीत की संभावना को लेकर ट्रंप से बातचीत की और उनसे ‘ठोस वार्ता’ की अपील की.
मैंक्रों के कार्यालय ने बताया, ‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु हथियार से मुक्त बनाने की दिशा में उत्तर कोरिया के साथ ठोस सख्त वार्ता के लिए एकजुटता दिखानी चाहिए.’
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