गुरुग्राम, 12 फरवरी। प्रदेश के गांवो को पहले से और अधिक अपग्रेडिड व सभी प्रकार की सुविधाओं से लैस बनाने के उद्द्ेश्य से गुरुग्राम के हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान(हिपा) में आज ‘सतत ग्रामीण विकास’ विषय पर हरियाणा इंस्टीटयूट ऑफ रूरल डैव्लपमेंट नील्लोखेड़ी द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण तथा विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। सेमिनार में देश के विभिन्न कोने से आए विशेषज्ञो ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय के ग्रामीण विकास के विजन को लेकर मंथन किया।
इस अवसर पर श्री धनखड़ ने कहा कि गांव गौरवशाली बने, गांव का विकास निरंतर हो और गांव में रोटी, पानी , मकान, पढ़ाई, दवाई, सफाई , 24 घंटे बिजली की आपूर्ति, अच्छी ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा हो और गांव में लोग इन सभी गौरवपूर्ण विधाओं के साथ निवास करें। इन सभी महत्वपूर्ण तथ्यों पर आज हमें काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज समय की मांग है कि गांव की आबादी शहरों की ओर पलायन करने की बजाय गांव में ही सभी सुख-सुविधाओं से निवास करे। इन सभी चीजों पर बारिकी से अध्ययन करने के उद्द्ेश्य से इस राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गांव को सभी सुख-सुविधाओं से लैस करने के लिए श्यामाप्रसाद मुखर्जी रूअर्बन मिशन शुरू किया है ताकि गांव में शहरों जैसा विकास किया जा सके।
इसके अलावा, प्रदेश सरकार ने ग्रामीण विकास की दिशा में काम करते हुए हर गांव में गौरव पट लगाने का निर्णय लिया है। जिस पर गांव के स्वतंत्रता सेनानियों, शहीदों, खिलाडिय़ों व दानवीरों का नाम लिखा जाएगा। श्री धनखड़ ने कहा कि हरियाणा के प्रत्येक गांव के बाहर जून-2018 तक गौरव पट लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। इस गौरव पट पर चार फलक होंगे जिसमें पहले फलक पर शहीदों की गौरव गाथा लिखी जाएगी, दूसरे फलक पर गांव के स्वतंत्रता सेनानियों, तीसरे पर खिलाडिय़ों तथा चौथे फलक पर गांव के दानवीरों का नाम उनकी गौरव गाथा के साथ अंकित किया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश के गांवों में विकास के लिए ग्रवित संगठनो की भी शुरूआत की जा रही है, इन युवाओं को 5-5 दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि उनके मन में अपने गांव के प्रति सेवा का भाव जागृत हो।
उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है जिसे खुले में शौचमुक्त बनाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने छोटूराम ग्रामोदय योजना बनाई है जिसके तहत 5000 करोड़ रूपये का लोन नाबार्ड से लिया गया है और 3000 से बड़ी आबादी वाले गांवो को इस योजना में शामिल करके वहां सभी प्रकार की सुख-सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है। इसी प्रकार, प्रदेश मे 10 हज़ार तक की आबादी वाले 126 गांवो को महाग्राम योजना के तहत शामिल किया गया है और उनकी स्वच्छता के लिए शहरो की तर्ज पर सीवरेज सिस्टम को आगे बढ़ाते हुए उनको और बेहतरी की तरफ ले जाया जा रहा है। प्रदेश में हर तीन गांव पर लोगों को एक सचिवालय की सुविधा दी है और उनमे कम्प्यूटर लगाकर अटल सेवा केन्द्रों से जोड़े गए है ताकि लोगों को गांव में सभी सुख-सुविधाएं मिल जाएं। सरकार की सोच है कि गांव मे अधिक से अधिक विकास कार्य हो और यहां से दूर जाकर बसने वाले लोग भी यहां से जुड़े रहे।
सेवन स्टार विलेज योजना पर बोलते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि गांव के लोग उन चीजों पर काम करें जिसके सुधार की जरूरत उनके गांव में है। इस योजना के तहत जिस गांव में लडक़े व लड़कियों की संख्या बराबर होगी उसे पिंक स्टार दिया जाएगा। जिस गांव के 14 साल तक के सभी बच्चे स्कूल जाते हैं व कोई ड्रॉप आऊट नही होगा उस गांव को ब्लू स्टार, जिस गांव मे स्वच्छता का स्तर बहुत अच्छा होगा उसे व्हाइट स्टार, जिस गांव का पर्यावरण बहुत अच्छा होगा और वह हरा-भरा होगा, पराली नही जलेगी उसे ग्रीन स्टार दिया जाएगा। इसी प्रकार, जिस गांव में महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा नही होगी और सामाजिक ताना-बाना अच्छा होगा उसे सेफरन स्टार तथा जिस गांव में पंचायतें गुड गर्वनेंस का काम कर रही है , सभी पंचायती राज संस्थाओं को अच्छा चला रही है, जगमग योजना के लिए प्रेरित किया जा रहा है , उस गांव को गोल्डन स्टार दिया जाएगा तथा जिस गांव में युवा मिलकर गांव के हित में अच्छा काम करते हैं और सामाजिक कार्यो में बढ़चढ़ कर भाग लेते हैं उसे सिल्वर स्टार दिया जाएगा।
आज आयोजित सेमिनार में श्री धनखड़ ने ग्रामीण विकास से संबंधित एक पुस्तक का भी विमोचन किया। सेमिनार में श्री धनखड़ का स्वागत हरियाणा इंस्टीटयूट ऑफ रूरल डैव्लपमेंट के डायरेक्टर अतर सिंह श्योराण ने किया। इस अवसर पर पंचायती राज विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर प्रशांत कुमार ने गांव में समावेशी विकास पर जोर दिया। सेमिनार में हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान के निदेशक जी. प्रसन्ना कुमार ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि गांव में विकास के लिए हम सबका इस बारे में कमीटमेंट होना जरूरी है।
इस अवसर पर हरियाणा इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डैव्लपमेंट के पदाधिकारियों सहित देश के विभिन्न राज्यों से आए विशेषज्ञों ने सतत ग्रामीण विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपने विचार रखे। दो दिवसीय सेमिनार में गुड गर्वनेंस एंड पॉलिसी इंपलीमेंटेशन, राइट टू एजुकेशन एक्ट-2009, रोल ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट इन रूरल डैव्लपमेंट, ग्रामीण महिला सशक्तिकरण के उभरते आयाम, ग्रामीण विकास में सुशासन की भूमिका, ग्रामीण विकास में सूचना व सूचना प्रौद्योगिकी की भूमिका, ग्रामीण भार की सामाजिक तथा आर्थिक संरचना में गांधी तथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय दर्शन- एक अध्ययन सहित विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दो पर चर्चा की गई।
Comments are closed.