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डेरा प्रेमियों ने सैकड़ों वाहन फूंके, 31 की मौत, पंचकूला के डीसीपी सस्पेंड

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PBK NEWS | चंडीगढ़। साध्वी यौनशोषण मामले में पंचकूला सीबीआइ कोर्ट द्वारा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद उनके समर्थक बेकाबू हो गए। पंचकूला में डेरा समर्थकों ने पांच हवाई फायर किए। यही नहीं, उन्होंने मीडियाकर्मियों पर हमला किया। सीबीआइ में भी तोड़फोड़ की गई। डेरा प्रेमियों ने 200 से अधिक वाहनों को आग लगा दी है। पंचकूला का आयकर दफ्तर व भारतीय जीवन बीमा निगम का दफ्तर को भी प्रेमियों ने आग के हवाले कर दिया।

इसके बाद पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए आंसू गैस छोड़ी। पंचकूला में डेराप्रेमियों और सुरक्षा बलों के बीच हुए टकराव में शाम साढ़े सात बजे तक 28 लोगों की जान चुकी थी। पंचकूला तो जल ही रहा था, डेरा समर्थक हरियाणा और पंजाब के कई शहरों में भी हिंसा पर उतारू हो गए। सिरसा में वीटा मिल्क प्लांट में आग लगाने के बाद हुए टकराव में तीन लोगों की पुलिस की गोली से मौत हो गई। उधर, पंचकूला में हालात पर काबू न पाने के मामले में डीसीपी को सस्पेंड कर दिया गया है।

टोहाना नगर परिषद कार्यालय में पेट्रोल बम फेंका गया और रेलवे स्टेशन पर लगी एक मशीन को आग लगा दी। कैथल में चार अधिकारियों के वाहन फूंक दिए गए। कलायत में बिजली निगम के कार्यालय और रेलवे स्टेशन के नियंत्रण कक्ष जला दिया। लोहारू में बिजली घर में आग लगा दी गई।
पंचकूला में गोलीबारी व पथराव में करीब 350 लोग घायल हो गए हैं। इनमें से 60 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों में लगभग 50 महिलाएं हैं। डेरा समर्थकों ने सबसे पहले सीबीआई कोर्ट के आसपास ही मीडिया कर्मचारियों और उनकी गाडिय़ों को निशाना बनाया। मीडिया की कई ओबी वैन को आग के हवाले कर दिया। बेकाबू भीड़ ने एलआइसी बिल्डिंग में आग लगा दी। पूरे शहर में सड़कों पर खड़े सैकड़ों वाहन जला दिए। हालात बिगडऩे शुरू हुए तो सीआरपीएफ ने आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए।
इसके बाद भीड़ और उग्र हो गई और सीआरपीएफ के जवानों पर टूट पड़ी। सेक्टर-3, 4, 5 में जमा डेरा समर्थकों के आगे जो भी आ रहा था, उसी को वह पकड़कर पीट रहे थे। सीआरपीएफ, सशस्त्र सेना बल, सीआइएसएफ ने पुलिस के साथ संयुक्त तौर पर अभियान छेड़ा। तब जाकर समर्थकों की भीड़ तितर-बितर हुई। पंचकूला से लगे हुए पंजाब के शहरों जीरकपुर और मोहाली के भी कुछ हिस्सों में ङ्क्षहसा की घटनाऐं हुई हैैं। खरड़ में भी ऐसे ही हालात देर शाम तक बने हुए थे। चंडीगढ़ में भी हालात खौफजदा थे।
डीसी ने दीवार फांदकर बचाई जान
पंचकूला की डीसी गौरी पराशर जोशी जब शहर का निरीक्षण करती हुई सेक्टर-5 सिंचाई भवन के पास पहुंचीं तो वह लोगों को समझाने के लिए उतरी थीं। इस दौरान उपद्रवी उन पर भड़क गए। डीसी पहले तो किसी तरह सिंचाई भवन के अंदर पहुंचीं परंतु डेरे वाले जब अंदर घुसने लगे तो डीसी को सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह दीवार फांदकर बाहर निकाला। इसके बाद डीसी पुलिस के साथ भागती नजर आईं। ड्राइवर ने किसी तरह उनको गाड़ी में बैठाकर उपद्रवियों से बचाया और सुरक्षा घेरे के बीच ले गए।

बिल्डिंग में छिप कर लोगों ने बचाई जान

डेरा मुखी के खिलाफ फैसला आते ही पंचकूला में हालात बिल्कुल बेकाबू हो गए। हजारों की संख्या में डेरा समर्थकों ने पुलिस और आर्मी पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। हालात ऐसे हो गए कि लोगों को जान बचाने के लिए सरकारी बिल्डिंगों में शरण लेनी पड़ी। पंचकूला के कई अधिकारियों ने भी भागकर जान बचाई। हैफेड बिल्डिंग में करीब दो घंटे तक 50 के करीब लोग फंसे रहे, जिन्हें बाद में सुरक्षित निकाला गया।

पंचकूला अस्पताल में जगह कम, पीजीआइ शिफ्ट किया

हरियाणा सरकार ने पंचकूला के सेक्टर-6 स्थित सरकारी अस्पताल में आपात स्थिति से निपटने के लिए अपने स्तर पर इंतजामों का दावा किया था, लेकिन दंगा भड़कने के बाद घायलों की सरकारी अस्पताल में लाइनें लग गई। बहुत से घायलों को वापस लौटा दिया गया। जानकारी के अनुसार सरकारी एंबुलेंस को भी प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया। बाद में घायलों को चंडीगढ़ स्थित पीजीआई,जीएमसीएच-32 और सेक्टर-16 सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

घरों में घुस गए तोडफ़ोड़ करने वाले

डेरा मुखी के खिलाफ फैसले के तुरंत बाद पंचकूला से लेकर जीरकपुर के कई इलाकों में तोडफ़ोड़ शुरू हो गई। पुलिस ने शुरू में आंसू गैस का प्रयोग किया। डेरा समर्थकों ने पंचकूला के रिहायशी इलाकों में घुसकर भी जमकर मकानों पर पत्थर फेंके। कई घरों के बाहर खड़े वाहनों को भी आग लगा दी गई।

डेरे की एम्बुलेंस से पुलिस वालों को कुचलने की कोशिश

सिरसा में डेरे की एक एंबुलेंस से पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश की गई। हालांकि इस दौरान पुलिसकर्मी बच गए, जबकि एंबुलेंस कुछ जाकर अनियंत्रित होकर पलट गई। पुलिसकर्मियों ने जब एंबुलेंस के पास पहुंचे, तो उसमें सवार छह महिलाओं सहित कुल आठ लोग बाहर निकले। ये सभी नशे की हालत में थे।

पुलिस ने एंबुलेंस में सवार दोनों पुरुष समर्थकों की पिटाई की, जिससे दोनों घायल हो गए। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उधर छह महिलाओं को हिरासत में लेकर थाने ले जाया गया और खबर लिखे जाने तक उनका मेडिकल कराने की प्रक्रिया जारी थी। बता दें कि घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए प्रशासन ने एंबुलेंस को बुलाया था। इसी का फायदा उठाकर डेरे के दो समर्थक एंबुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे थे।

डीसीपी अशोक कुमार सस्पेंड

पंचकूला के डीसीपी अशोक कुमार को धारा 144 की अनुपालना न करवा पाने पर निलंबित कर दिया है। यह गाज पंचकूला में हुई हिंसा के बाद गिरी है। राम रहीम की सीबीआइ कोर्ट में चल रही सुनवाई के लिए धारा 144 इस लिए लगाई गई थी, क्योंकि बाबा के भक्तों का भारी तादाद में पहुंचने के आसार थे। जब अंबाला में कई साल पहले सीबीआइ की विशेष अदालत थी, तब भी इनके समर्थकों द्वारा मानव श्रृंखलाएं बनती रहीं हैं।  राम रहीम की पेशी पर हुई आरजकता व हिंसा के बाद पहली गाज डीसीपी पर गिरी है। जिसकी पुष्टि गृह सचिव हरियाणा रामनिवास ने की है।

कैप्टन ने कहा, बिगड़ने नहीं देंगे कानून व्यवस्था

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने नहीं दी जाएगी।

सीएम मनोहर लाल ने की शांति की अपील

डेरा प्रमुख पर फैसले को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार हर स्थिति से निपटने को तैयार है।

डेरे ने कहा, जो हुआ गलत हुआ, पर शांति रखें

डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता दिलावर इंसा ने कहा कि हमारे साथ अन्याय हुआ है, हम इसकी अपील करेंगे।  हमारे साथ वही हुआ जो इतिहास में गुरुओं के साथ हुआ।  डेरा सच्चा सौदा मानवता भलाई के लिए है, सभी शांति बनाए रखें।

पंजाब में कहां कब क्या हुआ

बठिंडा
– पौने चार बजे कफ्र्यू लगा दिया गया।
– बल्लुआना रेलवे स्टेशन को आग लगा दी गई।
– लालेआना गांव में मोबाइल टावर को फूंका।
– भाईरूपा, जीवनसिंहवाला और बांडी गांव में तीन सेवा केंद्रों को लगाई आग।
– रामा मंडी में टेलिफोन एक्सचेंज को आग लगाने की कोशिश।

मानसा 
– आयकर विभाग के दफ्तर के बाहर दो कारों को आग लगा दी गई।
– गांव मत्ती व दत्तेवाल में भी दो कारें फूंकी।
– चार बजे मानसा में भी कफ्र्यू लगाया गया।
– गांव मूसा में 66 केवी बिजली सब स्टेशन को आग लगाई।
– गांव बख्शीवाला में जेनरेटर को फूंका।

श्री मुक्तसर साहिब 
– मलोट रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर के कमरे पर पेट्रोल बम फेंका गया। दरवाजा व खिड़कियां जली।
– लंबी हलके के बुर्ज सिदना गांव में पेट्रोल पंप पर पेट्रोल बम फेंका, आग पर काबू पा लिया गया।
– लंबी के तपाखेड़ा में टेलिफोन एक्सचेंज पर भी पेट्रोल बम फेंका गया। कोई नुकसान नहीं। हवाई फायर भी किया।

फिरोजपुर
– चार बजे कफ्र्यू लगाया गया।

फाजिल्का

– साढ़े तीन बजे बस स्टैंड पर एक बस को आग लगा दी। अाग पर काबू पा लिया गया। – प्रशासन ने फाजिल्‍का व अबोहर के बाजार बंद करवा दिए।
मोगा 
– बाजार व पेट्रोल पंप बंद करवाए गए।

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